दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 अप्रैल। भूजल स्तर नीचे चले जाने से अधिकांश गांवों में हैण्डपंपों से पानी का धार आना बंद हो गया है। इससे अनेक ग्रामों में पेयजल जलसंकट गहरा गया है। मामले में प्रशासनिक उदासीनता के चलते अंजोरा के ग्रामीणों ने पानी को लेकर सोमवार से भूख हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है।
ग्राम अंजोरा ख निवासी धर्मेश देशमुख का कहना है कि उनके गांव की जल समस्या के संदर्भ में जिलाधिकारी को आवेदन दिया गया था, जिसमें 3 दिवस के भीतर समस्या का समाधान नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी गयी थी मगर 7 दिन बीत जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है इसलिए जब तक पानी की समस्या दूर नहीं होती तब तक सोमवार 28 अप्रैल से अनिश्चितकाल भूख हड़ताल करने जा रहे हैं। जिले के धमधा क्षेत्र के गांवों में पेयजल गंभीर समस्या है, जहां पुराने हैण्डपंप बंद हो जाने से नए बोर खनन की मांग आ रही है।
ग्राम फुण्डा सरपंच रूपेन्द्र दिल्लीवार का कहना है एकमात्र हैण्डपंप को छोड़ गांव बाकी सब बंद है। खेत के बोर से आधा किमी पाइप लगाकर जैसे तैसे पेयजल व्यवस्था कर रहे हैं। एकाध नए बोर खनन होने से थोड़ी राहत मिल सकती है। ग्राम पंचायत तुमाकला सरपंच प्रकाश पटेल का कहना है कि गांव में 17 हैण्डपंप है इनके भूजल स्तर नीचे चले जाने के कारण ग्रामीणों को दूर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। 15 वित्त से एक नवीन बोर खनन किया। इसके अलावा एक और नया बोर प्वाइंट की जरूरत है मगर अब तक नया बोर खनन नहीं हो पाया है।
ग्राम दनिया निवासी देवदत्त पटेल का कहना है कि गांव में टैंकर से पानी आपूर्ति करना पड़ रहा है। कई लोग बैलगाड़ी से पानी लाकर काम चला रहे हैं। ग्राम पंचायत डोमा सरपंच गौरव मढ़रिया का कहना है भूजल स्तर नीचे चले जाने से हैंडपंप जवाब दे दिए हैं। जल जीवन मिशन का बुरा हाल है। निजी बोर से पानी लाकर पेयजल आपूर्ति कर रहे हैं। ग्राम में एक नए बोर की आवश्यकता है।
जिले में बोर खनन के लिए विभाग के पास एकमात्र मशीन, वह भी खराब- दानेश्वर
जिला पंचायत सदस्य दानेश्वर साहू का कहना है कि उनके क्षेत्र के अनेक गांवों से बोर खनन की मांग आ रही है। जिले में 100 नए प्वाइंट पर बोर खनन स्वीकृत होना बताया जा रहा है मगर जिले में पीएचई विभाग के पास बोर खनन के लिए एकमात्र मशीन है, वह भी अब खराब हो गया है। ऐसे में गांवों में पेयजल संकट का कैसे समाधान होगा।
पेयजल समस्या को लेकर प्रशासन भी कितना गंभीर है इसका सहज अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों ग्राम पंचायत जामगांव आर सरपंच रूपेन्द्र शुक्ला ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा कि गांव में गर्मी के मौसम में पेयजल को लेकर समस्या आ रही है। गांव में नलजल योजना के कुछ कनेक्शन धारी लोग पंप लगाकर पानी खींच लेते हैं, इससे सभी घरों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रही इसलिए ग्राम में नलजल योजना से पानी सप्लाई के समय विद्युत आपूर्ति बंद रखने विभाग को निर्देशित की जाए मगर आज तक पेयजल आपूर्ति सामान्य बनाने जिला प्रशासन ने इसके लिए अब तक कोई पहल नहीं की।