‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। हरियाली बहिनी नीर और नारी जल यात्रा महाराष्ट्र सीमा से लगे गांव में जल यात्रा का समापन कार्यक्रम का नेतृत्व पद्मश्री फुलबासन यादव ने 13 अप्रैल को ग्राम नवागांव (कोठीटोला) की। कार्यक्रम में विष्णु द्विवेदी, अनिता मंडावी, गोदावरी निषाद, जनिया साहू समेत हरियाली बहिनी, महिला स्व-सहायता समूह, पंचायत पदाधिकारी बिहान कैडर की महिलाओं ने जलसंकट को दूर करने का संकल्प ले रही है। कार्यक्रम को सफल बनाने ममता चंद्रवंशी भी जुटी हुई है।
इस अवसर पर पद्मश्री फुलबासन यादव ने कहा कि हमारे पास समय नहीं है, क्योंकि इस बार पानी बचाने के उपाय नहीं किए तो आने वाले वर्ष में निश्चित रूप से पछताने के अलावा कुछ नहीं रहेगा। डोंगरगढ़ ब्लॉक पानी को लेकर क्रिटिकल जोन में है। अगर हम सब पानी की निकासी होती है, वहां पर सोकता गढ्ढा जरूर बनाएं। साथ ही नालों को बोरी से बंधान बड़ी संख्या में करें। इसके अलावा रबी की धान की खेती के बदले अन्य फसल लें। जिससे वाटर लेवल कम नहीं होगा और बढ़ेगा।
जल संरक्षण के कई उपाय विगत वर्षों से हरियाली बहिनी द्वारा लगातार कार्य कर रही है। इस वर्ष जुलाई से 15 हजार आम के पौधे लाएं। जिसमें 13 हजार पौधे जीवित है, इसकी लगातार मानिटरिंग से संभव हो पाया है। इस वर्ष भी केसर आम कम दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे आवश्यकता है वो संपर्क कर सकते है । इसके अलावा सिंदूर के पौधे नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है । दोनों पौधें हरियाली तो लाएगी। साथ ही आमदनी भी देंगे। श्री विष्णु ने बताया कि आज सभी तरफ पानी की दिक्कत है। हमें अपने पूवजों से सीखना चाहिए, जिसने आगे की पीढ़ी के लिए स्थाई व्यवस्था की है। जिसका हम उपयोग कर रहें है । आज की पीढ़ी को भी पौधें सहित पानी रोकने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है । अनिता मंडावी ने कहा कि हमारे पूर्वजनों ने कुआं तालाब बनाए गए, जो आज भी देखने को मिल रहे हैं। साथ ही पौधे बड़ी संख्या में लगाए गए हैं। जिसके कारण हमें शुद्ध हवा मिल रहा है।