‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 28 मार्च। नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल ने गुरुवार को अपने कार्यकाल का चौथा बजट प्रस्तुत करते हुए कोई नया कर नहीं लगते हुए 182 करोड़ रुपए लाभ का बजट पेश किया है। पिछले साल की तूलना में इस बार का बजट और बढ़ गया है। महापौर ने कुल 6 अरब 19 करोड़ 55 लाख 47 हजार रुपए व्यय का बजट प्रस्तुत किया है। इस वित्तीय वर्ष निगम को 5 अरब 73 करोड़ 81 लाख 12 हजार रुपए आय होने का अनुमान लगाया है। पिछले वित्तीय वर्ष की बचत 2 अरब 27 करोड़ 97 लाख 33 हजार रुपए दर्शाया गया है। इस प्रकार निगम के पास इस वर्ष 800 करोड़ से भी ज्यादा की राशि होगी जिसमें से आने वाले वर्ष के अंतिम में निगम को 1 अरब 82 करोड़ 22 लाख 98 हजार रुपए बचत होने का अनुमान दर्शाया गया है। भिलाई शहर के विकास के लिए 619 से ज्यादा खर्च होंगे। इसके बाद भी 182 करोड़ रुपए की बचत का अनुमान है। महापौर परिषद् इस बजट में सभी वार्डों से मिले सुझावों को भी शामिल किया है।
नगर निगम का बजट पेश करने सभागार में गुरुवार को 11 बजे सभापति गिरवर बंटी साहू के आदेश पर सामान्य सभा की बैठक शुरू हुई। महापौर नीरज पाल बजट अभिभाषण शुरू करते उससे पहले ही एक पार्षद ने सदन में जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी नहीं होने पर आपत्ति जताई। सभापति के निर्देश पर आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने तत्काल अधिकारियों को सदन में उपस्थित होने को कहा। महापौर नीरज पाल ने आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए प्रस्तुत बजट में भिलाई शहर की मूलभूत जरूरतों से जुड़े कार्यों के साथ ही विकास की बड़ी योजनाओं को साकार करने का प्रावधान रखा है। बजट में आने वाले एक साल के दौरान 6 अरब 19 करोड़ 55 लाख 47 हजार रुपए विभिन्न मदों में व्यय करने का खाखा तैयार किया गया है। वहीं विभिन्न मदों से 5 अरब 73 करोड़ 81 लाख 12 हजार रुपए आय का अनुमान लगाया गया है। आय शीर्ष व्यय से कम होने के बावजूद प्रारंभिक शीलक 2 अरब 27 करोड़ 97 लाख 33 हजार रुपए रहने से इस बजट में निगम को 1 अरब 82 करोड़ 22 लाख 98 हजार रुपए बचत होगी।
बजट की खास बातें
बजट में वाहन शाखा विभाग के लिए वर्ष 2025-26 में 16 करोड़ 35 लाख रुपए, मार्ग प्रकाश व्यवस्था के लिए 16 करोड़ 65 लाख रुपए, लोक स्वास्थ्य एवं सुविधाएं अंतर्गत 53 करोड़ 90 लाख रुपए,? ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 65 करोड़ 45 लाख रुपए, पर्यावरण संरक्षण के लिए 50 लाख रुपए, उद्यानों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ 79 लाख रुपए व्यय करने का प्रावधान रखा गया है।
इसी कड़ी में लोक कर्म विभाग के अंतर्गत भवन निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 20 लाख रुपए, दूषित जल निकासी के लिए 90 लाख रुपए, सडक़ निर्माण एवं संधारण के लिए 1 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि प्रावधानित किया गया है। इसके अलावा अन्य एवं विविध व्यय मद में खर्च करने के लिए 2 अरब 48 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपए का प्रावधान रखा गया है। इस मद में प्रावधानित राशि को प्रशिक्षण, योजना मद की पंजीयन राशि वापसी, कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि, खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, गरीबी उपशमन, प्रवेश द्वार निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक आपदा, सियान सदन निर्माण, आडिटोरियम निर्माण, तीज त्यौहार में पंडाल व अन्य व्यवस्था, मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था, गेस्ट हाउस निर्माण, में खर्च किया जाएगा।