‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 मार्च। मनरेगा कर्मचारियों को विगत चार माह से वेतन नहीं दिया गया है। जिससे क्षुब्ध और पीडि़त कर्मचारी 26 मार्च से 3 दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के माध्यम से अपनी पीड़ा सरकार को अवगत कराएंगे।
26 एवं 27 मार्च को जिले में कर्मचारी हड़ताल में रहेंगे, एवं 27 मार्च को सभी जिलों मे रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन देंगे, वहीं 28 मार्च को राज्यस्तरीय हड़ताल में शामिल होकर रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम से ज्ञापन सौंपेंगे।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय सिंह क्षत्री ने बताया कि हड़ताल के लिए जनपद जिलों में ज्ञापन सौंपा जा चुका है। बीते एक साल में मनरेगा कर्मचारी मानव संसाधन लागू कराने संघर्ष करते रहे। कमेटी भी बनी, जिसे 15 दिवस में रिपोर्ट सौंपना था, किंतु प्रशासन की उदासीनता के चलते निर्णय नहीं हुआ। इसके विपरीत मनरेगा के कार्यों के अलावा कर्मचारियों पर पीएम आवास, पीएम जनमन, स्वच्छ भारत मिशन एवं अन्य विभागों के भी कार्य लिए जा रहे हैं।
मनरेगा महासंघ के जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के शासन स्तर से तय सभी लक्ष्यों को मनरेगा कर्मचारियों ने अपना पसीना बहाकर दिन रात कड़ी मेहनत कर पूरा किया है। इन्हें विगत चार माह से वेतन भी नहीं दिया गया। बुधवार 26 मार्च से प्रदेश भर के 12 हजार मनरेगा कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। साथ ही प्रदेश स्तर पर 28 मार्च को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम से ज्ञापन सौंपा जाएगा।