‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 मार्च। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कलेक्टर सांबित मिश्रा एवं भाजपा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग से मिलकर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित स्वास्थ्य संस्थानों के सुचारू संचालन हेतु स्वीकृत रिक्त पदों के विरुद्ध यदि निकट भविष्य में कलेक्टर दर पर या डीएमएफ मद से भर्ती की जाती है तो, उक्त भर्ती प्रक्रिया में बीजापुर जिले के स्थानीय योग्यताधारी बेरोजगारों को प्राथमिकता देते हुए मानव संसाधनों की पूर्ति किए जाने की मांग की गई है।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व जिला चिकित्सालय में कार्यरत लगभग दस स्टॉफ नर्सों को बिना किसी पूर्व सूचना के सेवा समाप्त कर उनके स्थान पर एनएचएम की भर्ती में से प्रतीक्षा सूची से बाहरी जिले के अभ्यर्थियों सहित कुल 10 नर्सों की सीधे डीएमएफ मद से भर्ती कर ली गई। जिसका कि एनएचएम की भर्ती नियमावली में जिक्र भी नहीं किया गया था।
बीजापुर के पड़ोसी जिला दंतेवाड़ा में भी जिले के कलेक्टर महोदय के अनुमोदन उपरांत डीएमएफ मद से की गई भर्ती प्रक्रिया में केवल दंतेवाड़ा जिले की ही स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता देते हुए भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है। दंतेवाड़ा जिले की तर्ज पर बीजापुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत होने वाली तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में जिले के स्थानीय योग्यताधारी बेरोजगारों को प्राथमिकता देते हुए भर्ती करने की माँग संघ द्वारा की गई।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सदाशिव दुर्गम सहित, स्टॉफ नर्स प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ब्रिजेश गावड़ी, मुकेश पटेल, पी. शरद, राजेश यालम, शरण कोड़े, प्रभा कावटी व ओमप्रकाश सहित अन्य मौजूद रहे।