बीएमओ ने कहा- अस्पताल में अव्यवस्था और जनाक्रोश की स्थिति निर्मित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 मार्च। जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आपातकालीन ड्यूटी हेतु कोई भी चिकित्साधिकारी उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा व अन्य शासकीय चिकित्सकीय सुविधा एमएलसी, पोस्टमार्टम आदि सेवाएं प्रदान करना संभव नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में अव्यवस्था एवं अनावश्यक जनाक्रोश की स्थिति निर्मित हो रही है। उक्त बातें खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस सिंह ने 5 मार्च को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को लिखे अपने पत्र में कही है।
उन्होंने अपने पत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ अंतर्गत कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों द्वारा कार्य न करने व अनाधिकृत रूप से बिना वेतन के अवकाश पर चले जाने की सूचना दी है।
खण्ड चिकित्साधिकारी ने सीएमएचओ को लिखे पत्र में कहा है कि वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेंद्रगढ़ अंतर्गत कार्यरत अनुबंधित चिकित्सा अधिकारी डॉ. आयुष आनंद, डॉ. अलोक दास, डॉ. एकता गुप्ता एवं एनएचएम अंतर्गत कार्यरत डॉ. भावना सिंह नो वर्क नो पेमेंट का आवेदन देकर अपने कार्य में 4 मार्च से अनुपस्थित हैं। वहीं डॉ. अंजली खलखो एनएचएम चिकित्सा अधिकारी भी 4 मार्च से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित हैं।
बीएमओ का कहना है कि वे फोन भी रिसीव नहीं कर रही हैं। इसके अलावा डॉ. भूकेश पैकरा द्वारा आपातकालीन ड्यूटी करने से मना कर दिया गया है, साथ ही उनके द्वारा भी फोन रिसीव नहीं किया जा रहा है। डॉ. अर्चना कुम्हारे नियमित चिकित्सा अधिकारी 3 माह का चाइल्ड केयर लीव का आवेदन देकर 1 मार्च से 1 जून 2025 तक अवकाश पर हैं।
बीएमओ डॉ. सिंह ने कहा कि 5 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में आपातकालीन ड्यूटी हेतु कोई भी चिकित्साधिकारी उपलब्ध नहीं है। इस स्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेंद्रगढ़ में स्वास्थ्य सुविधा व अन्य शासकीय चिकित्सकीय सुविधा एमएलसी, पोस्टमार्टम आदि सेवाएं प्रदान करना संभव नहीं हो पा रहा है। चिकित्सालय में पदस्थ अनुबंधित चिकित्सा अधिकारियों व एनएचएम में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण चिकित्सालय में उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अपनी पूर्ण कार्यक्षमता से कार्य करने के उपरांत भी चिकित्सालय में अव्यवस्था एवं अनावश्यक जनाक्रोश की स्थिति निर्मित हो रही है। बीएमओ ने सीएमएचओ को लिखे पत्र की प्रतिलिपि स्वास्थ्य मंत्री, कलेक्टर एवं संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं अंबिकापुर को भी प्रेषित की है।
बताया जाता है कि सीएचसी मनेंद्रगढ़ में बीएमओ और सीएचएमओ में कोई तालमेल नहीं होने की वजह से अस्पताल में तमाम तरह की अव्यवस्थाएं निर्मित हो चली हैं। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र जनकपुर में तो हालात मनेंद्रगढ़ से भी बदतर हो चले हैं। यहां के ज्यादातर मरीज इलाज के लिए पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की दौड़ लगा रहे हैं।