‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 फरवरी। आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के उपलक्ष में धूमधाम से संस्कारधानी राजनांदगांव में भव्य महाकाल की यात्रा होनी है। इस निमित्त एक बड़ी बैठक महेश्वरी भवन में संपन्न हुई, जिसमें सभी संगठन और राजनीतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं से महाकाल सेना उपस्थित होकर विचार विमर्श किया।
शोभायात्रा को भव्य और आकर्षित बनाने हेतु सभी ने अपने विचार व्यक्त किए, जिसमें स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण का भी विचार रखा गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि हिंदू संस्कृति और धार्मिक व्यवस्था के अनुरूप शोभायात्रा जब नगर से निकले, तब इस यात्रा में प्लास्टिक आदि वस्तुओं का उपयोग कम से कम हो तथा यात्रा के उपरांत इन सबको सुव्यवस्थित रूप से कूड़ादन में डालने की व्यवस्था हो तो यह इस यात्रा की शोभा बढ़ा देगा।
इस यात्रा में पंथी नृत्य, राउत नाचा, सुआ नृत्य, धूमाल, पगड़ी एवं रथ पालकी, अघोरी, भजन एवं गायक के माध्यम से पूर्ण किया जाएगा। विष्णु साहू ने कहा कि शोभायात्रा में बच्चों को वेशभूषा धारण करके सभी वार्ड व मोहल्लों से सम्मिलित होने का आग्रह किया।
हेमा देशमुख ने इस शोभायात्रा में मातृ शक्तियों से भगवा वस्त्र धारण करके झांक्ष डमरू के साथ उपस्थित होने का आग्रह रखा। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव रखा है कि ध्वनि विस्तार यंत्र का उपयोग न हो।
महाकाल सेना ने भक्तगणों से निवेदन किया है कि शोभायात्रा में पालकी के आजू-बाजू जो महाकाल भक्त होंगे, वह बिना पद्वेष अर्थात जूता चप्पल के ही हों। साथ ही जो झांझ और डमरू पकडऩे की इच्छा रखते हो, ऐसे बंधु जींस शर्ट धारण करके शोभायात्रा में न आए अर्थात वे शुभ्रवेशकुर्ता पजामा में हो तो अच्छा होगा।
नगर से निकलने वाली इस भव्य महाकाल पगड़ी शोभायात्रा में सभी प्रकार के संस्थानों द्वारा स्वागत होगा। जिसमें सत्यनारायण मंदिर समिति की ओर से ठंडाई की उत्तम व्यवस्था रखी गई है। साथ ही ऐसी व्यवस्था करने वालों से महाकाल सेना ने आग्रह किया है कि नगर में जो भक्तगण खाद्य एवं पानी की व्यवस्था करने वाले हैं, वे स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखें। जिससे यात्रा की शोभायात्रा निकलने के उपरांत भी नगर में बनी रहे।
अंत में नीलू शर्मा ने महाकाल सेना एवं महाकाल की शोभायात्रा में सहयोग हेतु नगर के सभी गणमान्य नागरिकों से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आग्रह किया है ।