कांग्रेस अनुभवी भाजपा नेताओं के चाल को समझने में रही नाकाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 फरवरी। नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के पीछे पार्टी के दिग्गज नेताओं की वार्डों में सटीक रणनीति भी जीत में कारगर साबित हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के चाल को कांग्रेस समझ नहीं पाई। ऐसे में हाथ के मजबूत होने के बजाय वार्डों में कमल खिल गया।
पूर्व सांसद अशोक शर्मा के वार्ड में भाजपा प्रत्याशी मणिभास्कर गुप्ता ने ‘हैट्रिक’ मारी। इस वार्ड में शर्मा ने जमीनी स्तर पर जीत की राह को आसान बनाने के लिए ताकत झोंक दी थी।
पार्टी के प्रमुख सांगठनिक नेताओं में गिने जाने वाले सुरेश डुलानी ने अपने वार्ड में राजा माखीजा को जीत दिलाने के लिए भी कई तरह के सियासी झंझावतों को आसान किया। परिणाम यह रहा कि राजा माखीजा ने 1132 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को शिकस्त दी।
गुरु गोविंद सिंह वार्ड नं. 23 में डुलानी ने भी प्रत्याशी के पक्ष में पूरा जोर लगाया। डुलानी को बेहतर मैनेजमेंट के लिए भी जाना जाता है। भाजपा नेता खूबचंद पारख ने पार्टी प्रत्याशी रानू जैन को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। रानू जैन को पारख की पसंद पर ही टिकट दिया गया था। जैन ने भी जीत हासिल कर पारख के फैसले को सही ठहराया।
जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल की साख भी इस चुनाव में दांव पर थी। वजह यह है कि रामकृष्ण नगर वार्ड क्र. 45 में बघेल निवासरत हैं। वहां से भाजपा के डुरेन्द्र साहू ने 717 मतों से विजय प्राप्त की है। चर्चा है कि बघेल ने डुरेन्द्र साहू को प्रत्याशी बनाने के लिए सिफारिश की थी। बघेल ने प्रत्याशी के पक्ष में अंदरूनी तौर पर जोर लगाया। इधर भाजपा के जिलाध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत ने अपने करीबी रवि सिन्हा को हीरामोती लाइन वार्ड नं. 39 से प्रत्याशी बनाया था। रवि 335 वोट से जीत हासिल कर संगठन के विश्वास पर खरा उतरे।