साई कॉलेज में मना विश्व हिन्दी दिवस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,11 जनवरी। हिन्दी को साहित्य और फिल्मों ने खूब सजाया, संवारा है। हिन्दी की बोलियों ने जितना हिन्दी को समृद्ध किया है, कहीं उससे ज्यादा विदेशी भाषाओं ने हिन्दी को मजबूती प्रदान की है। यह बातें विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आर.एन. शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि हिन्दी का किसी भाषा के साथ प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है। हिन्दी को इतिहास और विरासत से बल मिलता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. अजय कुमार तिवारी ने कहा कि हिन्दी को उर्दू, फारसी, अरबी, पंजाबी, कश्मीरी, बांग्ला, कन्नड़ से अपार सहयोग मिला है। हिन्दी के लिये जहां बोलियां भाषा बन गयी और वहीं भाषायें बोलियोंं के रूप में स्थापित हैं। इस दौरान फादर कामिल बुल्के, गार्सा द तासी, जार्ज ग्रियर्सन, राजा शिव प्रसाद सितारे हिन्द, इंशा अल्ला, सदा सुखलाल, लक्ष्मण प्रसाद के संस्मरण याद किये गये।
डॉ. अलका पांडेय ने कहा कबीर की सधुक्कड़ी सुनाते हुए उनकी उलटबांसियों के बारे में बताये।
लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने हिन्दी के प्रचलन और उसकी वैज्ञानिकता से अवगत कराया। कृष्णा राम चौहान ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि हिन्दी एक मात्र ऐसी वैज्ञानिक लिपि है जो लिखा जाता है, वही उच्चारण किया जाता है।
कार्यक्रम का संचालन सरस संचालन देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। इस दौरान सहायक प्राध्यापक रीता सरकार, रौनक निशा, तूलिका सिन्हा, निधि शुक्ला, शंभू नाथ सिदार और सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।