‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 23 नवंबर। भारत सरकार द्वारा सचालित बृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण कार्यक्रम अंतर्गत जिले के 110 ग्राम जैविक प्रमाणित होने के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन के द्वारा ऑर्गेनिक दंतेवाड़ा कान्क्लैव का आयोजन दिनांक 6-7 दिसंबर को किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के पूर्व जिले के प्रत्येक क्लस्टर में महिला समूहों के लिए परम्परागत, देसी व्यंजन प्रतियोगिता एवं जैविक खेती प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला समूहों को जैविक खेती में अपने ज्ञान और कौशल को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित करना एवं पारंपरिक व्यंजन स्पर्धा के माध्यम से कोदो-कोसरा, देसी दाल, जंगली सब्जी एवं कदमूल के सेवन को बढ़ावा देना भी रहेगा।
देशी व्यंजनों की स्पर्धा
परम्परागत देशी व्यंजन प्रतियोगिता के अंतर्गत प्रत्येक प्रतिभागी महिला समूह कोदो-कोसरा, रागी, गटका जैसे लघु अनाज, देसी दाल, रामतिल, जंगली सब्जी, कंदमूल से बने विभिन्न पारंपरिक देशी व्यंजन स्वयं बनाकर प्रतियोगिता के स्थान पर लेकर आएंगे एवं परीक्षकों के सामने में प्रस्तुत करेंगे। व्यंजनों की विविधता, स्वाद, जानकारी का प्रदर्शन इत्यादि के आधार पर परीक्षकों के द्वारा प्रत्येक समूह का मूल्यांकन किया जाएगा एवं तत्पश्चात आनंद-मेला के रूप में सभी उपस्थित व्यंजनों का आनंद लेंगे। इसी प्रकार जैविक खेती प्रतिस्पर्धा के अंतर्गत प्रत्येक प्रतिभागी महिला समूह विभिन्न जैविक खाद एवं कीटनाशकों के उत्पादन एवं उपयोग का डेमो सीमित समय अवधि में परीक्षकों के सामने में प्रस्तुत करेंगे। डेमो के लिए सामग्री समूह स्वयं से लेकर आएंगे। प्रस्तुत किए गए जैविक खाद एवं कीटनाशकों की संख्या, तकनीकी जानकारी, प्रदर्शन की गुणवत्ता के आधार पर परीक्षकों के द्वारा प्रत्येक समूह का मूल्यांकन किया जाएगा।
यह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। प्रथम चरण में क्लस्टर स्तर (26 से 30 नवंबर) इस चरण में सीएलएफ के अंतर्गत आने वाले महिला समूह सहभाग ले सकते है। हर विकासखंड में प्रत्येक सीएलएफ में अलग-अलग दिन इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए ताकि विकासखंड स्तर के अधिकारी कार्यक्रम में सहभागी हो सके। द्वितीय चरण में विकास खंड स्तर (2 से 4 दिसंबर के बीच आयोजन) इस चरण में सीएलएफ स्तर पर प्रथम एवं द्वितीय आए महिला समूहों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन विकासखण्ड मुख्यालय में किया जाएगा।