महासमुन्द
डीई ने कहा-कल ही नए ट्रांसफ ार्मर लगा दिए जाएंगे परेशान ग्रामीण पूर्व संसदीय सचिव से मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 नवंबर। ट्रांसफार्मर खराब होने से बीते 4 माह से ग्राम छपोराडीह के ग्रामीण बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्राम छपोराडीह के खेतों में बोरवेल्स को बिजली सप्लाई के लिए जो ट्रांसफ ार्मर लगाये गये थे, वह बीते 3-4 माह से खराब पड़ा है। इसी ट्रांसफ ार्मर से गांव के कुछ घरों में भी बिजली की सप्लाई होती थी। ट्रांसफ ार्मर खराब होने के बाद घरेलू कनेक्शन को अन्य ट्रांसफ ार्मर से जोड़ा गया था। लेकिन जिस ट्रांसफ ार्मर में इन ग्रामीणों के बिजली कनेक्शन जोड़ा गया उसमें लोड बढ़ गया तथा लो वोल्टेज की समस्या सामने आने लगी।
वोल्टेज डाउन होने से ना तो पंखे चल रहे हैं, ना ही कूलर और ना ही टीवी आदि चालू हो पा रहे हैं। जिसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उक्त समस्या से ग्रामीण बीते 4 महीनों से जूझ रहे हैं। ग्रामीण कई बार विभाग को सूचना दे चुके हैं, लेकिन ट्रांसफार्मर सुधारने या बदलने की कार्रवाई नहीं की गई।
बुधवार को ग्राम छपोराडीह के 60-70 ग्रामीण ट्रांसफार्मर की समस्या को लेकर पूर्व संसदीय सचिव व पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर से मुलाकात कर उक्त समस्या से उन्हें अवगत कराया। जिस पर श्री चंद्राकर ने समस्त ग्रामीणों के साथ संभागीय अभियंता के दफ्तर पहुंचकर वहां डीई से चर्चा की तथा शीघ्र छपोराडीह में नए ट्रांसफार्मर लगाने की बात कही। श्री चंद्राकर ने कहा कि बीते 4 महीने से ग्रामीण वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं। जिससे छोटे बच्चे, बुजुर्ग गर्मी व उमस से काफी परेशान हैं।
मालूम हो कि ग्राम छपोराडीह सिरपुर क्षेत्र के वनांचल ग्राम में आता है। इस क्षेत्र में हाथी सहित अन्य जंगली जानवरों का आए दिन चहल कदमी होती रहती है। रात में अंधेरा होने से ग्रामीणों पर जंगली जानवरों के हमले का खतरा हमेशा बना रहता है। ऐसे संवेदनशील क्षेत्र में बीते 4 महीनों से बिजली समस्या व्याप्त होना और बार-बार विभाग को अवगत कराए जाने के बाद भी बिजली बहाल करने की दिशा में कोई पहल नहीं करना प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है।
उन्होंने समस्या को ध्यान में रखते हुए शीघ्र नए ट्रांसफार्मर ग्राम छपोराडीह में लगाने की मांग की है। जिस पर डीई ने कल ही नए ट्रांसफार्मर लगाने की बात कही। श्री चंद्राकर के साथ ग्राम छपोराडीह के गेंदलाल ध्रुव, महादेव नेताम,रामजी ध्रुव, एनकुमार सार, पुरुषोत्तम सार, कलीराम ध्रुव, मदन खैरवार, होरीलाल निषाद, दयाराम ध्रुव उपस्थित थे।