सरगुजा
छठ घाटों में तैयारी पूरी, जगराता का भी आयोजन, होगी गंगा आरती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,5 नवंबर। महापर्व छठ मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है। अंबिकापुर के शंकरघाट और श्याम घुनघुट्टा नदी तट पर एक साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु सूर्योपासना करेंगे। बुधवार को खीर भोजन किया जाएगा। श्याम घुनघुट्टा छठ घाट में 7 नवंबर की रात जगराता का कार्यक्रम आयोजित किया गया है, वहीं 8 नवंबर की सुबह उदयगामी सूर्य को अघ्र्य देने के साथ ही गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
उत्तर छत्तीसगढ़ में छठ महापर्व के लिए छठघाटों में तैयारी पूरी कर ली गई है। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के शंकरघाट सहित दरिमा मार्ग में 12 किलोमीटर दूर सोहगा स्थित श्याम घुनघुट्टा नदी के छठ घाट में हजारों श्रद्धालु एक साथ सूर्योपासना करेंगे। इसके साथ ही शहर के शंकरघाट, शिवसागर तालाब सत्तीपारा, बिशुनपुर, महामाया तालाब, पैलेस घाट,जेल तालाब, सहित अन्य घाटों में छठ के आयोजन की तैयारी की गई है। सरगुजा में छठ पूजा के लिए कई दिनों से बाजार में खरीदी की जा रही है। छठ पूजन के सामानों से गुदरी सहित अन्य बाजार सजे हुए हैं, जहां मंगलवार को भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में खरीदी के लिए पहुंचे।
श्रीराम छठ घाट में भी भव्य तैयारी
अंबिकापुर-बिलासपुर रोड में उदयपुर ढाब में श्याम घुनघुट्टा नदी किनारे इस वर्ष छठ के भव्य आयोजन की तैयारी की गई है। श्रीराम छठ पूजा समिति के संरक्षक विश्व विजय सिंह तोमर ने बताया कि छठ घाट में एक साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु सूर्योपासना कर सकेंगे। इस साल यहां बड़े स्तर पर आयोजन के लिए घाट का विस्तार किया गया है।
छठ घाटों में जगराता का आयोजन, अलाव भी जलेंगे ।
सूर्योपासना करने वाले व्रती बड़ी संख्या में रात्रि जागरण करते हैं और घाट में ही रुकते हैं। सरगुजा में कड़ाके की ठंड पडऩी शुरू हो गई है। इसे देखते हुए अलाव की भी व्यवस्था की जा रही है।
छठ घाटों में रात्रि जागरण का कार्यक्रम भी आयोजित होगा। श्याम घुनघुट्टा समिति द्वारा जगराता कार्यक्रम के साथ 08 नवंबर को गंगा आरती का भी आयोजन किया गया है।