‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 नवंबर। दीपों का पर्व दीपावली अंचल में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगो ने विधि-विधान के साथ धन वैभव की देवी माता लक्ष्मी व गणपति की पूजा-अर्चना की। लक्ष्मी पूजन को लेकर संशय के बीच गुरूवार व शुक्रवार को शुभ मुहूर्त में यजमानों के यहां पहुंचे विप्रजनों ने पूजा कराई। त्यौहार को लेकर बच्चों में उत्साह जनक माहौल रहा है। शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी दीपावली मनाई गई। इस अवसर पर लोग एक-दूसरे के घर जाकर बधाइयां देते रहे।
बाजार में भारी भीड़ रही। पुलिस द्वारा सर्तकर्ता बरतते हुए लगातार पेट्रोलिंग की गई। इस बार लक्ष्मी पूजा के लिए दो अलग-अलग तिथि होने की वजह से लोगों ने अलग-अलग दिन पूजा की। शहर के अंधिकांश इलाकों में गुरुवार को लक्ष्मी पूजा की गई। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को लक्ष्मी पूजा की गई।
कार्तिक अमावस्या को माता लक्ष्मी व गणपति की विधि पूर्वक आराधना की गई। लोगों ने घर, दुकान, अन्य प्रतिष्ठान व मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की। दो दिन के दौरान विशेष दिन पर खरीदारी की गई। स्वर्ण आभूषण, सिक्का, रजत पत्र, चांदी व अन्य सामानों की बाजार में पूछ परख रही। कपड़ा व इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन दुकानों में भी भीड़ रही। शुभ मुहूर्त का लोगों ने भरपूर लाभ उठाते हुए निवेश व उपयोग दोनों दृष्टिकोण से खरीदारी की। शहर की विभिन्न समितियों द्वारा रात्रि में गौरा गौरी की बारात निकाली गई, जिसमें गौरा गौरी का विवाह रिति-रिवाज के साथ पूर्ण कराया गया। बेमेतरा शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए विसर्जन यात्रा निकाली गई। पंरपरागत बाजा के साथ निकली विसर्जन यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए, जिसके बाद यात्रा पुराना बांधा तालाब पहुंची, जहां बैगाओं ने पूजा अर्चना कर गौरा-गौरी एवं लक्ष्मी की प्रतिमा का विसर्जन किया।
बाजार में सब्जी के दामों में इजाफा
शहर में आम दिनों की अपेक्षा गुरुवार व शुक्रवार को सब्जियों के दरो मेें इजाफा देखा गया। शुक्रवार को कोचई व जिमीकंद 60 से 80 रूपया प्रति किलो बिका। गोवर्धन पूजा के दिन गोवंशी गायों को खिचड़ी के साथ अलग-अलग 5 तरह की मिक्स सब्जी खिलाने की प्रथा की वजह से मांग होने के कारण दाम में इजाफा हुआ। गोवर्धन पूजा के दिन शहर का बाजार पूरी तरह बंद रहा। बस स्टैंड में लोग आने-जाने के लिए वाहन तालाशते दिखे।
लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती व कुबेर की पूजा
मां लक्ष्मी पूजन पर विनायक, मासीपात्र कलम, सरस्वती, कुबेर, तुला, दीपकों की पूजा की गई। पुष्प, अक्षत, गन्ध, खाताबही पूजा कर गन्ना, सीताफल, लाई, खीर, बतासा अर्पित किए गए।
देवस्थल तुलसी चौरा में दीपदान
पं. रामावतार शर्मा ने बताया कि त्यौहार को लेकर दो दिन यानी गुरुवार व शुक्रवार को लोगों ने उत्साह के साथ त्यौहार मनाया। घरों में बाग-बगीचों, स्नान कक्ष, चौराहा, मंदिर चौराहा, तुलसी चौरा में लोग एक-दूसरे को दीप दान करते रहे व एक-दूसरे की उन्नति व समृद्धि की कामना करते रहे। दीपावली पर घरों, दुकानों व मंदिरों में महालक्ष्मी की विशेष पूजा व साधना की गई। पूजन के बाद दान स्वरूप राशि भी बांटी गई।
पटाखों से गूंजा शहर
बच्चों से लेकर सभी वर्ग में पटाखा फोडऩे को लेकर उत्साह रहा। बाजार से खरीदे गए लाइट, अनार, फूलझड़ी, बम, लड़ी, रॉकेट व कई तरह के पटाखों से पूरा शहर गुजता रहा। ग्राीन पटाखों की मांग रही। शनिवार को भी पटाखा फोडक़र उत्सव मनाया गया।
बाजारों में रही भीड़
दीपावली पर शुक्रवार को शुभ मुहूर्त में खरीदी के लिए बाजार में भारी भीड़ रही। गुरुवार में खरीदारी से चूके खरीदारों ने लक्ष्मी पूजा पर अमावस समाप्त होने से पहले खरीदारी की। स्वर्ण आभूषण, सिक्का, रजतपात्र, चांदी व अन्य सामानों की बाजार में पूछ परख रही। कपड़ा व इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन दुकानों में भी भीड़ रही। शुभमुर्हत का लोगों ने भरपूर लाभ उठाते हुए निवेश व उपयोग दोनों दृष्टिकोण से खरीदारी की।