‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 17 अक्टूबर। जिले के थाना कोरर ग्राम बासकुण्ड जादू-टोना के संदेह में 6 लोगों ने मिलकर षडयंत्र रचकर वृद्ध बैगा की हत्या कर दी गई। इस मामले में मृतक के भतीजा सहित 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
14 अक्टूबर को थाना कोरर में सुगनूराम उसेण्डी (70 वर्ष) साकिन बांसकुण्ड का शव घटना स्थल ग्राम बांसकुण्ड स्कूल पारा में खेल मैदान के पास रास्ते में किनारे पर पाया गया था । उसके शरीर में गहरे चोट थे। खून जमीन पर फैला हुआ था। धारदार हथियार से हाथ पैर व गले से प्राणघातक चोट पहुंचाकर हत्या करना पाया गया।
पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचनामा किया। शव के पीएम रिपोर्ट में मृतक के शरीर में आई चोटों व खून अत्याधिक बहने से हत्या होना पाया गया। तत्पश्चात अपराध धारा 103(1) बीएनएस का अपराध पाये जाने पर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कांकेर आई के एलेसेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे के निर्देशन में एवं एसडीओपी मोहसिन खान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोरर के द्वारा तत्काल विवेचना प्रारंभ की गई।
विवेचना के दौरान पाया गया कि मृतक बैगा गुनिया का काम करता था। मृतक का भतीजा रंजीत उसेण्डी के पिता की मृत्यु 3 साल पहले घर बनाते समय बीमार होने से हुई थी। इसी गांव का निवासी रंजीत उसेण्डी का साथी प्रकाश दर्रो एवं सुनील उईके के पिता की भी मौत पेड़ से गिरने से हुई थी। उक्त तीनों के पिता की मौत होने से तीनों मृतक सुगनूराम उसेण्डी पर शक करते थे कि मृतक के द्वारा किए गए जादू टोना के कारण उनकी मौत हुई है।
रंजीत उसेण्डी एवं प्रकाश दर्रो का खेत आसपास ही है। घटना के तीन-चार दिन पूर्व दोनों खेत के पास मिले और आपस में बात किये कि सुगनूराम उसेण्डी के कारण हम दोनों और सुनील के पिता की मौत हुई है। इसलिए उसकी हत्या की योजना बनाकर शाम को नदी किनारे सुनील को भी बुलाकर नदी किनारे तीनों रंजीत, सुनील एवं प्रकाष ने शनिवार या रविवार को मौका देखकर सुगनूराम की हत्या का षडयंत्र रचा।
इस दिन सुगनूराम के उसके घर में नहीं मिलने पर तीनों ने रविवार क ो शीतला मंदिर (खेल मैदान) के पास सुनील उईके के घर में दारू और चिकन पार्टी किये। पार्टी में सुनील उईके एवं उसके दोनों सगे भाई जगदीश और अमित भी थे । पार्टी में कौशल मरकाम, तुलेश्वर, सुनाराम ,जानसिग दर्रो भी आये थे।
तुलेश्वर, सुनाराम ,जानसिग दर्रो पार्टी से जल्दी निकल गये। घर में सुनील, प्रकाश, अमित, जगदीश एवं कौशल ही थे। शाम को रंजीत ने सुनील को फोन किया कि सुगनू शीतला मंदिर के पास सेे अपने घर तरफ जा रहा है। जल्दी आओं उसे वहीं पर मारेंगे। जिस पर सुनील अपने घर से टंगिया लेकर प्रकाश के साथ शीतला मंदिर के पास पहुंच कर वहां पर प्रकाश और रंजीत ने भी बांस के डण्डों से सुगनूराम पर पीछे ताबड़तोड़ वार कर अपने घर की ओर भाग गये और कौशल, अमित और जगदीश को वारदात के बारे में बताए। वहां से पांचों लोग पुन: सुगनू राम को लाठी डण्डा हाथ मुक्का से मरते तक वार किए। इसके बाद शव को उठाकर रास्ते के किनारे फेंक दिये।
प्रकरण में आरोपियों से घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी एवं बांस के डण्डे एवं खून लगे कपड़े जब्त किये गये है। आरोपियों द्वारा योजना बनाकर मृतक की हत्या की गई है। सभी आरोपियों के विरूद्ध धारा 103(1) के अतिरिक्त पृथक से धारा 238,61(2),3(5) बीएनएस जोड़ी गई है। आरोपियों के विरूद्ध प्रर्याप्त साक्ष्य पाये जाने से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है ।