महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 अक्टूबर। शिशु संस्कार केंद्र में प्रथम अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कक्षा नर्सरी से आठवीं कक्षा के बच्चों के अभिभावकों ने भाग लिया। प्रधानाचार्या नैना श्रीवास्तव ने बताया कि पीटीएम बैठकों का मुख्य उद्देश्य एक बच्चे के शैक्षणिक प्रदर्शन पर चर्चा करना है। ये बैठकें अभिभावकों के लिए एक अवसर है कि वे अपने बच्चों के शिक्षकों के साथ शैक्षिक प्रदर्शन पर चर्चा करें। चूंकि माता-पिता और शिक्षक का एक ही लक्ष्य होता है, बच्चे की सफलता। माता-पिता, शिक्षक और बच्चे की साझेदारी, स्कूली प्रक्रिया को समृद्ध और प्रभावी बनाती है। शिक्षक से प्रतिक्रिया प्राप्त करने से आप को अपने बच्चे के कमजोर क्षेत्रों को समझने और उसमें सुधार लाने में मदद मिलती है। परस्पर संवाद पढ़ाई सत्र के दौरान सकारात्मक वातावरण बनाये रखता है।
बैठक में अपने बच्चों की उपलब्धियों और कमियों को जानने, शिक्षकों से रूबरू होने व विषय गत बारीकियों को जानने का पालकों के लिए अहम अवसर रहा। शिक्षिकाओं ने अभिभावकों को बच्चों के त्रैमासिक परीक्षा के प्रदर्शन की जानकारी दी और बच्चों के परिणाम रिपोर्ट साझा की। पालकों ने भी समस्याओं के निराकरण की बात कही। बैठक में पालकों की उपस्थिति 95 प्रतिशत रही। इस अवसर पर कार्यानुभव विषय अंतर्गत बच्चों द्वारा हस्त कला निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी अभिभावकों के अवलोकनार्थ हेतु लगाई गयी थी। जिसे अभिभावकों ने सराहा। पीटीएम में शिक्षिकाओं, विषय शिक्षिकाओं प्रबंधन समिति सचिव शरद मालू, प्रबंधक मनोहर मोहंती एवं प्राचार्य अवनीश वानी उपस्थित थे। उन्होंने अभिभावकों को बैठक में उपस्थित होने धन्यवाद ज्ञापित किया।
संकुल केंद्र के निर्देशानुसार कक्षा 3री के विद्यार्थी एनसीईआरटी द्वारा आयोजित परख परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें प्रथम मॉडल टेस्ट प्रश्न पेपर का अभ्यास ओएमआर शीट द्वारा बच्चों को कराया गया।