कोरिया

सोनहत क्षेत्र में समस्याओं का अंबार, जल्द निराकरण की मांग
28-Apr-2023 2:25 PM
सोनहत क्षेत्र में समस्याओं का अंबार,  जल्द निराकरण की मांग

आम आदमी पार्टी की नेत्री ने किया सोनहत विकासखंड का दौरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया ), 28 अप्रैल।
आम आदमी पार्टी की नेत्री सुखवंति सिंह ने भरतपुर सोनहत विधानसभा के सोनहत का दौरा किया। उन्होंने दौरे के दौरान मिली समस्याओं के जल्द निदान के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है। 

श्रीमती सिंह ने बताया कि जिस ग्राम के बारे में कांग्रेसी खुद उनकी समस्या को लेकर जमकर शोर मचाया करते थे आज सत्ता में आने पर भी उसका हल नहीं कर पाए है। उन्होंने बताया कि सोनहत विकासखंड के ग्राम लोलकी के ग्रामीणों ने बताया कि उनका जाति निवास सरकार के द्वारा नहीं बनाया जाता है कारण पुछने पर ग्रामवासी कहते है की हमारे गांव का भू अभिलेख नहीं है जाती निवास के लिए सरकार के द्वारा भू अभिलेख मांगा जाता है जिसे हम नहीं दे पाते है हमारे गांव को शासन के द्वारा न ही राजस्व ग्राम में रखा गया है और न ही वन ग्राम की श्रेणी में रखा गया है ऐसे में हमारे पास कोई भू अभिलेख नही है न ही हमारे गांव का नक्शा खसरा बी 1 भी है जाती निवास के अभाव में हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार मय होता जा रहा है ।

अपने पत्र में उन्होंने बताया कि सोनहत क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताई, सोनहत विकासखंड के ग्राम मधौरा, लटमा, सुदरपुर, मझारटोला से लेकर रावतसरई, बेलार्ड सिंहपानी, रजौली, जोगीया के ग्रामों के ग्रामीणों ने बताया कि इन ग्रामों में पेयजल की समस्या है। गांवों में मौजूद हैंडपंप, सोलर पंप सूख चुके हैं, कई हैंडपंप बिगड़े हुए हैं, जिनका मरम्मत विभाग के मैकेनिकों के द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिससे वहां के ग्रामीणों को पेयजल के लिए नदी नालों, ढोढ़ी, कुओं के उपर निर्भर रहना पड़ रहा है ऐसे में काफी दिक्कतो का सामना इस भीषण गर्मी में करना पड़ रहा है। 

सोनहत विकासखंड के रामगढ़ अंचल के ग्राम सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके ग्राम में हाथी का आये दिन आगमन होता रहता है और फसलों को नुकसान पहुचाया जाता है पिछले महीनों में दो तीन बार हाथीयों के द्वारा ग्रामीणों के फसल को बर्बाद किया गया है किंतु वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों को किसी भी प्रकार का मुआवजा क्षतिपूर्ति राशी का भुगतान नहीं किया गया है न ही स्थानीय फारेस्ट विभाग के कर्मरचारियों के द्वारा क्षतिपूर्ति प्रकरण तैयार किया जाता है जिससे उन्हें उनके फसल के नुकसान की भरपाई नही हो पाती है जिससे जांच कराकर ग्रामीणों का प्रकरण तैयार करवाकर क्षतिपूर्ति राशी का वितरण करने हेतु विभाग को निर्देशित करने का कष्ट करें।

 सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के फारेस्ट गार्ड द्वारा पिछले वर्ष 2022 में सुकतरा गांव की महिलाओं से पार्क के जंगलो मे खड़ कटाई (जंगली घास की कटाई कराया गया था जिसे ग्रामीणों से 400 रूपये प्रतिकिलो की दर पर विभाग के द्वारा खरीदी करने के लिए बोला गया था कथनानुसार गांव की 20 से अधिक महिलाओं ने खड़ काट कर विभाग के पास 2 क्विंटल खड़ का विक्रय किया जिसका आज तक उन्हें मजदूरी विभाग के द्वारा भुगतान नहीं किया गया जिससे ग्रामीण महिलाएं काफी आहत हैं, संबंधित वन विभाग को निदेशित कर ग्रामीण महीलाओं का भुगतान कराने का कष्ट करें। 

ग्राम सुकतरा के ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के फारेस्ट गार्ड के द्वारा गांव में पेयजल सिंचाई आदि कार्यों के लिए ग्रामीणों द्वारा बोर कराये जाने पर बोरवेल की गाड़ी को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाता, प्रवेश के लिए ग्रामीणों से पांच हजार रूपये रिश्वत की मांग की जाती है तभी गांव में बोरवेल गाड़ी को गांव के अंदर आने दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणेां की समस्याओं का जल्द निराकरण हो ताकि गामीणों को उनका अधिकार मिल सके।
 

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