कांकेर
खनन लीज टेंडर निरस्त करने की मांग, आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 23 सितंबर। सोनादाई पहाड़ के खनन से 360 गांवों के आस्था का केंद्र बने पहाड़ में स्थित देवी-देवताओं के अपमान होने के भय से गांव वालों ने खनन के लिए खनिज विभाग द्वारा जारी किया गया टेंडर निरस्त करने की मांग की है। लीज का टेंडर निरस्त करवाने सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, वहीं आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
जिले के लोहत्तर सोनादाई गढ़ पहाड़ खनन लीज टेंडर को निरस्त करने व ऐसे स्थान जहाँ देवी-देवताओं का वास है, को लीज में दिए जाने का ग्रामीणों ने विरोध जताया है। बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुँच ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि समाचार पत्रों के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन के जियोलॉजी और खनिज विभाग के द्वारा लोहत्तर (सोनादाई ) गढ़ पहाड़ के खनन के लिए लीज ठेका का ईश्तहार प्रकाशित किया गया था। इस ईश्तहार के जरिये उन्हें मालूम हुआ कि पहाड़ का खनन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पहाड़ की खुंदाई होने से हमारे पीढि़य़ों से 360 गाँवों के पूर्वजों द्वारा गढ़ लोहत्तर सोनादाई पहाड़ में हम लोगों के देवी-देवताओं का वास है, जो हमारी आस्था विश्वास का केन्द्र है।
शासन द्वारा इस प्रकार खनन का टेंडर निकाल कर हमारी आस्था विश्वास को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों को परेशानी होगी।
ज्ञापन के जरिए ग्रामीणों ने बताया कि 360 गाँवों के समस्त गढ़ क्षेत्रवासी अपने आस्था विश्वास की रक्षा करने का संकल्प कर चुके हैं। वे सभी ने उक्त पहाड़ के खनन लीज टेंडर को तुरंत निरस्त करने की मांग करते ंहैं। यदि उक्त पहाड़ का लीज टेंडर निरस्त नहीं किया जाता है तो वे उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।