‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवां, 7 अगस्त। कल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं बिलाईगढ़ विधायक एवम संसदीय सचिव चंद्रदेव राय के मार्गदर्शन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सरसीवां, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बिलाईगढ़ एवं क्षेत्रीय किसानों के द्वारा बिलाईगढ़ पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता व किसान पैदल मार्च कर एसडीएम कार्यालय बिलाईगढ़ पहुंचकर प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम बिलाईगढ़ को ज्ञापन सौंपा।
बिलाईगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रभारी लाला जाटवर, द्वारिका देवांगन, भागवत साहू, पंकज चंद्रा ने धरने पर बैठे किसान एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2021 के खरीफ फसल के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 11.75 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मात्र 5.26 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद ही भेजा गया है, जो मांग की मात्रा के अनुपात में आधा से भी कम ही, खाद भेजा गया है। जिसके चलते राज्य में रासायनिक खाद की सभी जगह किल्लत बनी हुई है।
किसानों की मांग है कि राज्य सरकार की मांग के अनुसार छत्तीसगढ़ में रासायनिक उर्वरकों खाद भेजी जाए, सोसायटियों में रासायनिक खाद नहीं होने के कारण किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है, जिससे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर खाद की पूर्ति नहीं होने से खरीफ की फसल प्रभावित हो रही है । धरना प्रदर्शन में नगर पंचायत अध्यक्ष बिलाईगढ़ द्वारिका देवांगन, लता जाटावर, मुद्रिका राय, डॉ. शंकर नारंग, इस्माइल खान, डॉ दिलीप अनंत, तोष राम साहू, किशोर नागवानी, प्रमोद साहू, अब्दुल खान, पीर खान, दीपक टंडन के साथ-साथ क्षेत्र के सैकड़ों किसान एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अगस्त। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा की पार्टी बैठक में शनिवार को शामिल हुए। एक दिनी दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय गायत्री स्कूल में आयोजित बैठक में शिरकत करते पार्टी हित में समर्पण भाव के साथ काम करने की नसीहत दी। यहां यह बता दें कि भाजपा में पिछले कुछ दिनों से अंदरूनी उठापटक की खबरें सुर्खियों में है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बैठक के जरिये कार्यकर्ताओं को नसीहत देते एकजुट होकर काम करने को कहा। राजनीतिक रूप से डॉ. सिंह की मौजूदगी में हुई इस बैठक को जिले की सियासी स्थिति को दुरूस्त करने की कवायद से जोडक़र देखा जा रहा है। इधर डॉ. सिंह के शहर पहुंचने पर जिला भाजयुमो अध्यक्ष मोनू बहादुर की अगुवाई में उनका जोशीला स्वागत किया गया। वहीं भाजयुमो के पदाधिकारियों से डॉ. सिंह ने परिचय प्राप्त किया। बाद में वह विधानसभा स्तरीय पार्टी बैठक में शामिल होने केशर नगर रवाना हुए। इसके बाद डॉ. सिंह ने कोविड-केयर सेंटरों में टीकाकरण की स्थिति का भी मुआयना किया। इस बीच दोपहर के बाद डॉ. सिंह का डोंगरगांव में एक कार्यक्रम था। वहीं देर शाम वापसी के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं के घर पहुंचने का भी उनका कार्यक्रम है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 अगस्त। तीन साल से फरार एचबीएन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को पटेवा पुलिस ने ग्वालियर मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी के खिलाफ रायपुर, महासमुंद, अम्बिकापुर, बालोद, बेमेतरा और पलारी में मामला दर्ज है।
डायरेक्टर साल 2018 से फरार हो गया था। पुलिस लगातार आरोपी की खोजबीन कर रही थी। इसी दौरान पता चला कि डायरेक्टर ग्वालियर मध्यप्रदेश में है। इसके बाद टीम रवाना हुई और घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया। डायरेक्टर के खिलाफ पटेवा व तुमगांव क्षेत्र के लोगों ने पटेवा थाने में मामला दर्ज कराया था। गिरफ्तार आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि एचबीएन कंपनी के डायरेक्टर विपिन यादव (40) को उसके ग्वालियर निवास से गिरफ्तार किया है। आरोपी डायरेक्टर विपिन यादव ने ग्राहकों को दोगुनी रकम का लालच देकर रुपए जमा कराया और बाद में रकम वापस न कर कंपनी बंद कर भाग गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 अगस्त। पिथौरा थाना क्षेत्र के ग्राम डुमरपाली में एक ग्रामीण ने शुक्रवार को अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने की वजह उसने बैंक ऑफ महराष्ट्र के मैनेजर को बताया है।
मृतक के कमरे से एक पत्र मिला है, जिसमें लिखा है कि उसकी मौत का कारण सिर्फ और सिर्फ मैनेजर है। थाना प्रभारी केशव कोसले ने बताया कि डुमरपाली निवासी आल्हा राम बरिहा के आत्महत्या की सूचना मिलते ही गांव पहुंचे थे। उसके पास से एक पत्र मिला है। पत्र में बैंक मैनेजर मिलन कुमार को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है और जांच के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।
जानकारी के अनुसार मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने किसी भी बैंक से कर्ज नहीं लिया है, लेकिन खाते में लोन की रकम दिख रही है। वह पिछले कई दिनों से परेशान है।
बैंक मैनेजर से जब वह पूछताछ करने जाता तो उसे लोन लिए हो, कहकर वापस लौटा दिया जाता था। वहीं उसके बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते से 50 हजार की रकम भी निकाली गई है। जबकि उसमें मृतक का दस्तखत नहीं है। बहरहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। मृतक के कौन-कौन से बैंक में खाते थे, लोन था या नहीं, इन सभी बातों की विवेचना की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अगस्त। शहर से सटे हल्दी वार्ड में बीती रात एक 14 चक्के ट्रक जलकर खाक हो गई। घटना करीब रात डेढ़ बजे की है। सुरगी पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक हल्दी के सुलभ शौचालय के पास इंद्रकुमार सोनकर नामक व्यक्ति की 14 चक्के की ट्रक खड़ी थी। एकाएक ट्रक में आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग लगने की वजह अब तक सामने नहीं आई है। सुरगी पुलिस चौकी प्रभारी शक्ति सिंह सीसीटीवी के जरिये मामले की छानबीन कर रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि अब तक घटना की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस असामाजिक तत्वों की संलिप्तता को लेकर भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि आधी रात के ट्रक के जलने की खबर से पूरे वार्ड में खलबली मच गई। ट्रक मालिक से पुलिस कारोबार संबंधी रंजिश के आधार पर भी जांच कर रही है। हालांकि मालिक ने अब तक पुलिस को किसी के साथ दुश्मनी नहीं होने की जानकारी दी है। वहीं आसपास के इलाकों के बदमाशशुदा व्यक्तियों के संबंध में भी जानकारी जुटाते हुए पुलिस जांच कर रही है। यहां यह बता दें कि गुजरे एक साल के भीतर खड़ी ट्रक के आग के चपेटे में आने से खाक होने की यह दूसरी घटना है। पुलिस मामले की जांच करते हुए आगजनी के तकनीकी के कारणों का भी पता लगा रही है।
रामानुजगंज/बैकुंठपुर, 7 अगस्त। कुछ दिनों से डेढ़ वर्षीय मासूम पंडों बालक की तबीयत खराब थी, शुक्रवार की रात अचानक तबियत बिगड़ी, 108 संजीवनी एक्सप्रेस को कॉल किया, 102 महतारी एक्सप्रेस के साथ एंबुलेंस की खोज की गई, परन्तु कोई सुविधा नहीं मिलने पर बीमार बच्चे के साथ बाइक में माता-पिता उसे लेकर निकले लेकिन रास्ते में ही मां की गोद में बच्चे ने दम तोड़ दिया। सुबह मामले की जानकारी ‘छत्तीसगढ़’ ने सीएमएचओ को दी।
पंडो बच्चे की मौत के मामले में बलरामपुर सीएमएचओ डॉ. बसंत सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी ‘छत्तीसगढ़’ से मिली है, मंै देखता हूं, कुछ देर बाद उन्होंने दुबारा कॉल कर बताया कि मृतक के परिजनों से उनकी बात हुई है। 108 पर कॉल नहीं गया, रात में 108 के कोऑर्डिनेटर के पास मैसेज आया था, जो वे 3 बजे देख पाए, उसके बाद उनका फोन नहीं लग पाया। मृतक के परिवार से उनका संपर्क नहीं हो पाया है। हमारी विभाग की टीम को मौके पर भेजा है। मृतक परिवार के प्रति मेरी पूरी संवेदना है।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामचंद्रपुर क्षेत्र के ग्राम सिलाजू निवासी पीडि़त मासूम बालक के पिता विनोद पंडो ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि घटना दिवस 6 अगस्त को शाम ढलने के बाद उसके बेटे सूरज (डेढ़ वर्ष) की तबियत बिगडऩे लगी और बालक ऊपर-नीचे सांस लेने लगा। जिसके बाद परिवार वालों ने तत्काल बालक को उपचार कराने के लिए रामानुजगंज या बलरामपुर ले जाने के लिए रामानुजगंज रोड पर आकर 108 संजीवनी एक्सप्रेस को फोन किया। पीडि़त के पिता द्वारा 108 संजीवनी एक्सप्रेस को तीन-चार बार फोन किया गया, लेकिन उधर से फोन किसी ने रिसीव नहीं किया, सिर्फ घंटी बजती रही। इसके बाद पीडि़त के पिता के द्वारा 102 महतारी एक्सप्रेस को फोन किया। इस सेवा को भी उसके द्वारा कई बार फोन किया गया, लेकिन इस सेवा के द्वारा भी फोन नहीं रिसीव किया गया। इस तरह एम्बुलेंस की उम्मीद में सडक़ पर बैठे माता-पिता ने डेढ़ से दो घंटे तक इंतजार किया गया, लेकिन एम्बुलेंस सेवा नहीं मिली। तब बालक की गंभीर होती स्थिति को देखकर किसी का बाईक इंतजाम किया और बाईक में लेकर बच्चे को रामानुजगंज के लिए निकले कि रास्ते में रात्रि में ही ग्राम रेवतीपुर में मासूम बालक की मां की गोद में ही सांस टूट गयी। इस घटना के बाद पीडि़त परिवार अपने घर लौट आया।
पीडि़त के पिता ने बताया कि उसके गांव से रामानुजगंज करीब 40-50 किमी की दूरी पर है, यदि समय पर एम्बुलेंस सुविधा मिल जाती तो उसके बच्चे की जान बच सकती थी। इस घटना के बाद पंडो परिवार टूट गया। बीच रास्ते से ही मासूम बालक के माता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पीडि़त परिवार स्वास्थ्य व्यवस्था को कोस रहा है।
गौरतलब है कि रामचंद्रपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है, जिसके कारण क्षेत्र के गरीब आदिवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए रामानुजगंज या बलरामपुर की दौड़ लगाना पड़ रहा है। सरकार के विशेष संरक्षित जनजाति पंडो जिन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र भी माना गया है, उन्हें सरकारी सुविधाओं व योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
रामचंद्रपुर क्षेत्र में नहीं है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
बलरापुर रामानुगंज जिले के रामचंद्रपुर क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। कहने को तो रामचंद्रपुर सहित क्षेत्र के कई गांवों में अस्पताल है, लेकिन उन अस्पतालों में रात के समय तो कोई अस्पताल में मिलता ही नहीं है, ऐसे में मजबूरी में क्षेत्र के लोगों को लंबी दूरी तय कर रामानुजगंज या बलरामपुर आने की मजबूरी रहती है। जिससे कि रात के समय सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए तो इस क्षेत्र के गरीब आदिवासियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। इसके अभाव में आये दिन गरीब परिवार के लोग दम तोडते रहते हैं।
कई एम्बुलेंस हैं, पर किसी काम का नहीं
जानकारी के अनुसार बलरामपुर रामानुजगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास कई एम्बुलेंस मिले हुए हंै। जिनमें से कई रामानुजगंज अस्पताल में तथा बलरामपुर अस्पताल में खड़ी रहती है। इसके बाद भी जिले के गरीब परिवारों को एम्बुलेंस सेवा की सुविधा जरूरत के समय नहीं मिल पाती है।
विशेष संरक्षित जनजाति पंडों सुरक्षित नहीं
उल्लेखनीय है कि बलरामपुर रामानुजगंज क्षेत्र में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले विशेष संरक्षित जनजाति पंडो परिवार के लोग सुरक्षित नहीं है। आये दिन क्षेत्र के पंडो-कोरवा परिवार प्रताडि़त होते रहते हैं। पिछले दिनों एक गांव के कुछ दबंगों के द्वारा बकरा चोरी के आरोप में पंडो परिवार के लोगों को पेड़ से बांध कर पीटा गया था। एक और मामला सामने आया था कि एक वर्ग के लोगों से प्रताडि़त और डर के एक पंडो परिवार जंगल में जाकर निवास कर रहा था। क्षेत्र में पंडो-कोरवा परिवारों की संख्या अधिक है, लेकिन वे सभी गरीबी में जीवन यापन करते हैं। कहने को तो राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहलाते हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है।
पुर्निर्माण व मरम्मत के लिए दोनों ही राज्यों ने खींचा हाथ, कार्यालयों का चक्कर काट रहे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 7 अगस्त। छत्तीसगढ़ के विचारपुर से बेदकाठी महाराष्ट्र मार्ग पर ब्लॉक के अंतिम छोर के ग्राम डुमरघुंचा से आगे बनी पुलिया गुरुवार शाम बाढ़ से बह गई। इस मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों यात्रियों की दोनों राज्यों में आवाजाही होती है। 72 घंटों से यह मार्ग अवरूद्ध व आवागमन बाधित हो गया है। हालात यह है की इस मार्ग में पुलिया के टूट जाने से पैदल यात्रियों एवं साइकिल सवार भी आवागमन नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि नाले में कंधे तक पानी भरा हुआ है, लेकिन समस्या इस बात की है कि यह पुलिया दोनों राज्यों के नक्शे में नहीं है। अब इस पुलिया का पुर्निर्माण के लिए इस रूट में यात्रा करने वाले ग्रामीण और आसपास गांव के निवासी प्रशासन के आला अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिया दोनों राज्यों के नक्शा में नहीं होने के कारण अधिकारी जवाबदेही से पीछे हट रहे हैं। इधर अब इस पुलिया का निर्माण कौन सी सरकार व कौन सी एजेंसी करेगा, इसे लेकर ग्रामीण भी पशोपेश में है।
डुमरघुचा से आगे बेदकाठी मार्ग पर स्थित पुलिया पड़ोसी राज्य में भारी बारिश व बाढ़ की वजह से बह गई है। घटना गुरुवार शाम की बताई जा रही है। इस मार्ग का उपयोग इस क्षेत्र के निवासी दोनों राज्यों में आवागमन के लिए करते हैं। इस रूट में पैदल, यात्रियों के अलावा साइकिल, बाइक, ट्रेक्टर, माजदा, मिनीडोर, जीपकार जैसे हल्के वाहनों की आवाजाही थी। पुलिया टूटकर बह जाने से अब बीते तीन दिनों से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। इससे दोनों ही राज्यों के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि इस रूट से प्रतिदिन क्षेत्र के सैकड़ों मजदूर बोरी व जामनारा स्थित एबीस प्लांट में काम करने जाते हैं। पुलिया टूट जाने से अब उन्हें दूसरे रूट से आना-जाना करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र के निवासी शुक्रवार से पुलिया के पुर्ननिर्माण व मरम्मत के लिए छग के अंबागढ़ चौकी व महाराष्ट्र के कोरची में अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं।
मुडपार के मो. अय्यूब खान, धनंजय गिरी, टीकाराम यादव, सरपंच शिवशंकर चंद्रवंशी, बिरेन्द्र सिंह कुंजाम ने बताया कि यह पुलिया का निर्माण महाराष्ट्र शासन द्वारा किया गया था, इसलिए उन्होंने पुलिया बह जाने की सूचना महाराष्ट्र के कोरची स्थित जिला परिषद के अधिकारियों व ग्राम पंचायत तक पहुंचाई और पुलिया के निर्माण व मरम्मत की मांग रखी, लेकिन यहां के अधिकारियों का कहना है कि पुलिया उनके राज्य के नक्शे में नहीं है, इसलिए वे इसका निर्माण व मरम्मत नहीं करा सकते हैं। इधर छत्तीसगढ़ के अंबागढ़ चौकी लोक निर्माण अनुविभाग के अधिकारियों का कहना है कि पुलिया व मार्ग दोनों हमारा ही नहीं है और यह स्थान व क्षेत्र पड़ोसी राज्य की सीमा में है तो हम इसका मरम्मत व निर्माण कैसे करा सकते हैं।
चार वर्ष पहले हुआ था पुलिया व सडक़ निर्माण
ग्राम डुमरघुचा, मुडपार, विचारपुर के ग्रामीणों ने खुलासा किया कि डुमरघुचा से आगे सडक़ व पुलिया का निर्माण 4 वर्ष पूर्व हुआ था। इसका निर्माण महाराष्ट्र शासन द्वारा किया गया था। ग्रामीणों की माने तो सडक़ व पुलिया का निर्माण बेदकाठी के एक ठेकेदार व जनप्रतिनिधि के पुत्र द्वारा किया गया था। निर्माण के समय ही इस कार्य की गुणवत्ता व अनियमितााओं को लेकर दोनों ही राज्यों के ग्रामीणों ने कोरची में शिकायतें की थी। मुडपार के मो. अय्यूब खान व दिंगबर गिरी ने बताया कि घटिया निर्माण के कारण ही यह पुलिया टिक नहीं पाई, क्योंकि इस पुलिया निर्माण में केवल पाईप कलवर्ट कर उपर में ढाई-ढाई मीटर का स्लैब डाल दिया गया था। बाढ़ में पानी के तेज बहाव के आगे यह घटिया निर्माण ध्वस्त हो गया।
ग्रामीणों ने रखी निर्माण की मांग
विचारपुर, डुमरघुचा, मुडपार के ग्रामीणों का कहना है कि यह पुलिया बार्डर पर बना हुआ है। इसे कोई भी राज्य व शासन बना सकता है। 5 वर्ष पहले इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने दोनों ही राज्यों के समक्ष पुलिया निर्माण की मांग रखी थी, तब पड़ोसी राज्य की ओर से मार्ग व पुलिया दोनों का निर्माण किया गया। अब पुलिया बह गई है तो इसे कोई भी राज्य बना सकता है। हम दोनों ही प्रदेशों की सरकार और प्रशासन से सुविधाओं के दृष्टिकोण से पुलिया निर्माण की मांग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सीमा पर बसे गांवों के ग्रामीणों ने छग शासन से इस पुलिया निर्माण की मांग रखी है, क्योंकि व्यापारिक दृष्टिकोण से इस क्षेत्र के निवासी पड़ोसी राज्य में अधिक आवागमन करते हैं।
महाराष्ट्र कोरची जिला परिषद के एई केएस धावड़े ने कहा कि ग्रामीणों ने बार्डर में पुलिया निर्माण की मांग रखी है। यह नाला हमारे नक्शे में नहीं है, लेकिन क्षेत्रवासियों की मांग को प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों व शीर्ष कार्यालय तक पहुंचाई गई है। वहीं अंबागढ़ चौकी अनुविभाग के लोक निर्माण एसडीओ बीके करकेट्टा ने कहा कि यह मार्ग व पुलिया हमारे पास नहीं है। बार्ड पर होने के कारण पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं अन्य एजेंसी इसका निर्माण करा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अगस्त। जिला अस्पताल को यथावत बसंतपुर में संचालित किए जाने के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आलोक शुक्ला के निर्देश के बाद अस्पताल में प्रशासनिक कसावट के लिहाज से अंदरूनी फेरबदल किया गया है। इस बदलाव के तहत जिला अस्पताल के नए स्टीवर्ड के रूप में कर्मचारी नेता पीसी जेम्स को पदस्थ किया गया है।
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज के साथ जिला अस्पताल को पेंड्री में शिफ्ट किए जाने की तैयारी का व्यापक स्तर पर विरोध होने के बाद सरकार ने बसंतपुर में ही अस्पताल को यथावत रखने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में स्टीवर्ड पद पर पीसी जेम्स को पदस्थ किया गया है। जेम्स प्रशासनिक रूप से अनुभवी होने के साथ साथ सामाजिक और गैर सामाजिक स्तर पर भी सक्रिय रहते हैं। उनकी सक्रियता के मद्देनजर ही अस्पताल प्रबंधन ने पदस्थापना की है।
स्टीवर्ड पद पर लंबे समय तक देवेन्द्र तिवारी पदस्थ रहे हैं। उन्होंने भी अपने लंबे कार्यकाल में बेहतर काम किया। जिला अस्पताल के प्रबंधन को पुख्ता बनाने के लिए अनुभवी व्यक्ति की जरूरत के आधार पर जेम्स को पदस्थ किया गया है। बताया जा रहा है कि सिविल सर्जन के सहयोगी के रूप में स्टीवर्ड की एक बड़ी भूमिका होती है। स्टीवर्ड के जरिये ही अस्पताल की व्यवस्था बनाई जाती है। बताया जा रहा है कि सभी वर्गों से बेहतर संबंध होने के कारण जेम्स को पदस्थ किया गया है। उनकी पदस्थापना से अस्पताल की व्यवस्था सुचारू रूप से बेहतर होगी।
दंतेवाड़ा, 6 अगस्त। कलेक्टर दीपक सोनी ने अपने अंगरक्षक मनोज नेगी व पुत्री चित्रा नेगी को गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी। गौरतलब है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में चित्रा ने 89.9 फ़ीसदी अंक हासिल किये है। उक्त छात्रा जवाहर नवोदय विद्यालय बारसूर में अध्ययनरत है। चित्रा नेगी भविष्य में कलेक्टर बनना चाहती है। इसके संबंध में कलेक्टर से मार्गदर्शन लिया। श्री सोनी ने परीक्षा में सफलता के लिए टिप्स भी दिए। समाचार पत्र, राजनीतिक , समाचार मैगज़ीन पढऩे की सलाह दी। जो भी कार्य करें, मन लगाकर करें। उसके अभ्यास से आप निश्चय ही सफल होंगे और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर जिला शिक्षाधिकारी राजेश कर्मा, जिला मिशन समन्वयक श्यामलाल सोरी, चित्रा के भाई पवन नेगी भी मौजूद थे।
कुरुद, 6 अगस्त। कुरूद में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने की तैयारी को लेकर धमतरी जिला सर्व आदिवासी समाज की बैठक हुई, जिसमें कोविड गाईड लाईन का पालन करते हुए पारम्परिक तरीके से आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया ।
पुराना कृषि उपज मंडी प्रांगण कुरूद में आयोजित बैठक में जिले भर से सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष जीवराखन लाल मरई ने बताया कि वास्तव में विश्व आदिवासी दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित मानव अधिकार दिवस है और इसे विश्व के अनेक देशों में मनाया जाता है। भारत में इसका स्वरूप समुदाय विशेष की संज्ञा दे दी गई, जबकि यह मौका सर्व समाज को एक मंच पर खड़ा होने का महान दिवस है, सब मिलकर सामाजिक अधिकार की लड़ाई लड़ सकते हैं।
बैठक में कोरोना गाइड लाईन का पालन करते हुए आदिवासी संस्कृति के अनुसार आंगा देव ,रेला पाटा ,भोजली, करमा नृत्य, डागडोरी, अन्य व्यवस्था को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। इस मौके पर जयपाल ठाकुर ,भूपेंद्र नेताम ,काशीराम कंवर, उदय नेताम, राजाराम कंवर, राधेश्याम नागरची, रोहित दीवान, देवनाथ नागरची, टीकम कटारिया, संतोष ध्रुव, केआर नागवंशी, विजेंद्र मंडावी, ठाकुर नेताम, बोधन ध्रुव , कुंदन सिंह, होमनसिंह, राजेश, ईश्वर कंवर , रामेसर ध्रुव, लीलाराम कंवर, रंगनाथ नागरची, नंदकिशोर नेताम, गायत्री कंवर, अनीता ठाकुर, ईश्वरी, अनीता, राजीम, निर्मला नेताम आदि उपस्थित थे।
कुरुद, 6 अगस्त। मोदी सरकार कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, रासायनिक खाद के कोटे में कटौती कर यहां के किसानों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है, धान खरीदी के समय भी सेंट्रल पुल में चावल लेने की मात्रा घटाकर धान खरीदी को प्रभावित करने का प्रयास किया गया था, भाजपा की इन चालों को हरेक छत्तीसगढिय़ा समझ रहा है। उक्त बातें भखारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश कोसरे ने धरना प्रदर्शन के मंच से कही ।
केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के विरोध में ब्लाक कांग्रेस कमेटी भखारा द्वारा गांधी प्रतिमा स्थल में क्षेत्र के किसानों के साथ रासायनिक खाद की कमी को लेकर हल्ला बोला व धरना प्रदर्शन किया गया। उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए ब्लाक अध्यक्ष श्री कोसरे ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ फसल के लिए केन्द्र से 11.75 लाख टन रासायनिक खाद मांगी थी लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने 5.45 लाख टन खाद दी है, जो आधे से भी कम है । इसलिए बाजार में खाद की किल्लत हो रही है इसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है । इसके पूर्व भी धान खरीदी के समय केंद्र सरकार ने केंद्रीय पुल से छत्तीसगढ़ कोटे की चावल खरीदी की कोटे में कटौती कर धान खरीदी में बाधा पहुचाने का कार्य किया था।
ब्लाक युकां अध्यक्ष राजू साहू ने कहा कि एक संविधान, एक विधान का नारा देने वाली केंद्र सरकार गैर भाजपा शासित राज्यो के साथ भेद-भाव कर संघीय ढांचे से खिलवाड़ कर रही है, लेकिन भाजपा नेता केन्द्र पर दबाव बनाने के बजाय किसानों को भडक़ाने में लगे हैं जो शर्मनाक है। कार्यक्रम पश्चात प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा गया। इस मौके पर संतोष साहू, होमेन्द्र साहू, संतोषी निषाद सोमनाथ साहू, बिट्टू गौर,अनिल निर्मलकर, प्रेमा साहू, रामचन्द्र ,चंद्रकांत , गैंदलाल ,शिवप्रशाद साहू, नरेंद्र सोनवानी, रूपचंद्र साहू,रामचन्द्र , कृष्णा साहू, रवि महेश्वरी, गोपी किशन, अमित , विजेंद्र ,बिसौहा, सुभाष , रुपेंद्र , मनोज, लोकेश्वर , लोकेंद्र साहू, पन्नू सिन्हा, नीलेश साहू, धनेश्वर, डोमार सिंह, पुखराज साहू आदि उपस्थित थे ।
कुरुद, 6 अगस्त। गौण खनिज और मद में प्राप्त राशि के खर्च एवं विभागीय योजनाओं की समीक्षा सहित अन्य मुद्दों को लेकर जनपद पंचायत कुरुद की सामान्य सभा बैठक हुई, जिसमें राय-मशविरा के बाद विभिन्न प्रस्ताव पारित किया गया।
जनपद के सभाकक्ष में गुरुवार को दो महीने बाद हुई सामान्य सभा शाम तक चली। अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू, उपाध्यक्ष जानसिंग यादव, सभापति धरमलाल साहू, परमेश्वरी, कांति बाई, धनेश्वरी, रविन्द्र साहू, सीईओ एसएन वर्मा के समक्ष सदस्यों ने अपने क्षेत्र की समस्या रखी। जिस पर संबंधित अधिकारियों को निराकरण करने में का निर्देश दिया गया।
शिक्षाधिकारी राजेश पांडे, एफएम कोया को ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों का दौरा करने, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी को आंगनबाड़ी केंद्रों में कोरोना नियमों का पालन एवं बच्चों को गर्म भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया । जल संसाधन विभाग को छोटी नहरों के मरम्मत और सफाई का ध्यान रखने, खाद्य अधिकारी आशीष चन्द्राकर को राशन कार्ड में आधार लिंक कराने में गति लाने कहा गया। पीएचई द्वारा ग्राम पंचायत सिहाद में बनाई गई पानी टंकी की गुणवत्ता जांच के लिए कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। गौण खनिज मद से प्राप्त राशि 1993417लाख एवं खनिज उत्पादक पंचायतों के लिए आई राशि 6471898 लाख के खर्च आबंटन को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा कृषि, विधुत,उधानिकी, स्वास्थ्य, सडक़,वन, मनरेगा के अधिकारियों से जारी कार्यौ की जानकारी ली गई।
इस मौके पर लेखाधिकारी राकेश ध्रुव, जनपद सदस्य पदमा साहू,हंसकुमारी, चन्द्रकला, तामेश्वरी, गीता धुव्र, धनेश्वरी, देवकुमारी,धर्मीन, सुनिता,हेमेश्वरी बांधे, पुरषोत्तम साहू,हुमेन्द, संतोष,थानूराम, गजेन्द्र,लोकेश, पुरषोत्तम साहू, विधायक प्रतिनिधि गौकरण साहू सहित अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 6 अगस्त। आज अन्तरराज्यीय चोर गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोर गिरोह के कब्जे से 1 नग 10 चक्का ट्रक रकम 10 लाख, 2 बाइक 1,60,000 रुपये, कटर 10 हजार कुल रकम 11 लाख 70 हजार कीमत जब्त किया गया। आरोपी शहरों में घूम-घूम कर सूने जगहों वाले स्थानों पर चोरी करते थे।
मोहित गर्ग पुलिस अधीक्षक कबीरधाम द्वारा जिला इकाई कबीरधाम के द्वारा क्राइम मीटिंग के माध्यम से समस्त थाना चौकी प्रभारियों को अपराध नियंत्रण हेतु निर्देशित किया गया है। इसी तारतम्य में वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त आदेशों की तामिली करते हुए चिल्फी पुलिस द्वारा अपराधों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी दौरान बॉर्डर पर वाहनों की सामान्य जांच की जा रही थी। जांच दौरान रायपुर की तरफ से एक 10 चक्का ट्रक जिसका नम्बर जीजे 06 जेडजेड 7245 था, जिसमें बैठे लोगों की गतिविधि संदिग्ध थी। जो पुलिस को देखकर ट्रक को रोककर भागने लगे।
चिल्फी पुलिस टीम द्वारा भाग रहे सभी पांच लोगों को दौड़ा कर घेराबंदी करके पकड़ कर कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना नाम क्रमश: ऐश कुमार सिंह (30) थाना हाट जिला देवास मध्यप्रदेश, अशोक सिंह (50) थाना पिपलिया जिला देवास मध्यप्रदेश, प्रवीण कुमार (28) थाना हाट जिला देवास मध्यप्रदेश, अंतिम निवासी थाना हाट जिला देवास मध्यप्रदेश, अभिलाष सिंह सिसोदिया थाना सोनकक्ष जिला देवास मध्यप्रदेश बताया।
अलग-अलग पूछताछ करने पर जवाब में विभिन्नता पाये जाने पर बारीकी से पुन: पूछताछ कर ट्रक की तलाशी ली गई। तलाशी में ट्रक के डाले में दो पल्सर मोटरसायकल, कटर व अन्य औजार मिले। जिसे बाहर से पूर्ण रूप से तिरपाल से ढक दिया गया था। संबंधित सामान के संबंध में पूछताछ करने पर रायपुर शहर से दो पल्सर मोटरसायकल को चोरी करके ट्रक में डालकर इंदौर ले जाना बताया व दीगर राज्यों में घूम-घूम कर चोरी करना बताया।
जांच टीम द्वारा आरोपीयो का पर्याप्त सबूत साक्ष्य पाए जाने पर विधिवत कानूनी प्रकिया व कोविड नियमों का पालन करते हुए गिरफ्तारी व जब्ती की गई। उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।
आरोपी से पूछताछ करने पर अवैध धन लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से दीगर राज्यों में घूम-घूम कर संगठित गिरोह बनाकर चोरी की घटना को अंजाम देना बताया व चोरी की वाहन को ले जाकर इंदौर में खपाना बताया।
इस कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी बोड़ला जगदीश उइके के निर्देशन में थाना प्रभारी चिल्फ़ी रमाकांत तिवारी प्रधान आरक्षक उमाशंकर नाग, रूपेश देवांगन व सम्पूर्ण चिल्फी थाना स्टाफ व डायल 112 के समस्त स्टाफ के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है।
जगदलपुर, 6 अगस्त। संसदीय सचिव ने माड़पाल एवं तुरेनार स्कूलो में बच्चियों को सरस्वती साईकिल योजना के तहत साईकिल वितरण किया। माड़पाल में 40 बच्चियों को एवं तुरेनार में 22 बच्चियों को साईकिल मिली। मेधावी छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए रेखचंद जैन ने कहा कि शिक्षा जीवन की महत्वपूर्ण पूंजी है। हमारी सरकार के मुखिया प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बच्चों की शिक्षा को लेकर संवेदनशील है, इसीलिए उन्होंने कोरोना संक्रमण के बाद भी शिक्षकों की भर्ती का निर्णय लिया है।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री बच्चियों की शिक्षा के लिए गंभीर हैं एवं इस हेतु किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अनवर खान ने मेघावी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन के साथ शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा, महामंत्री अनवर खान ,हेमु उपाध्याय,लैखन बघेल,जलन्धर नाग, विजय सिंह, कुलदीप सिंह भदौरिया एवं खंड शिक्षा अधिकारी मानसिंह भारद्वाज बीआरसी गरुड़ मिश्रा सहित पंचायत प्रतिनिधियों सहित विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
जगदलपुर, 6 अगस्त। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलना मोदी सरकार की कुंठित और संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है, उक्त बातें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी खेलकूद प्रकोष्ठ के शहर जिला अध्यक्ष जावेद खान ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही है।
जावेद ने कहा है कि जिस व्यक्ति ने देश की एकता अखंडता के लिये अपना जीवन बलिदान किया, जिस व्यक्ति ने देश में पंचायती राज व्यवस्था को शशक्त किया,जिस व्यक्ति ने युवाओं के मताधिकार की आयु सीमा को कम किया, जिस व्यक्ति ने देश में कंप्यूटर क्रांति लेकर आई,जिस व्यक्ति ने देश में दूरसंचार क्रांति लेकर आई ऐसे महान शहीद स्वर्गीय राजीवगांधी जी के नाम से दिये जाने वाले खेल रत्न का नाम बदलना प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की कुंठित और संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।
जिस भाजपा के किसी भी नेता ने देश की आजादी से ले कर उसके नवनिर्माण में देश की एकता अखंडता के लिए उंगली भी न कटाई हो, ऐसे दल के नेता बलिदान और शहादत का अर्थ क्या समझेंगे और और राजनीतिक द्वेष ही इन्हें ले डूबेगा।
आगे कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा जान ले किसी की लाइन मिटाने से उनकी अथवा उनके दल की लाइन लम्बी नही होने वाली। कांग्रेस और गाँधीपरिवार ने देश सेवा की इतनी लम्बी लकीर अपने खून से देश के लोगो के दिलो दिमाग मे खींची है जिसे भाजपा के लोग कितनी भी कोशिश कर ले मिटा नहीं सकते ।
कांग्रेस खेलकूद प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जावेद खान ने कहा कि मोदी और उनकी सरकार की नीयत में खोट नहीं होता तो मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल का कोई दूसरा पुरस्कार घोषित कर सकते थे। 41 वर्ष के बाद भारत ने हाकी में ऑलम्पिक में कोई मेडल जीता है उसकी याद अक्षुण रखने के लिए मेजर ध्यांचन के नाम पर कोई पुरस्कार शुरू किया जा सकता था। मोदी सरकार की नीयत मेजर ध्यानचंद के नाम पर पुरस्कार बांटने की नहीं है अपितु स्व राजीवगांधी के नाम से दिया जाने वाले पुरस्कार का नाम बदलना है। मोदी और उनकी सरकार की मेजर ध्यांचन के प्रति इतनी ही श्रद्धा थी तो मोदी सरकार को बने 7 साल हो गए, उनको भारत रत्न देने की घोषणा क्यों नहीं किया गया ?
जावेद ने कहा कि मोदी सरकार ने स्व. राजीव गांधी के नाम से दिए जाने वाले पुरस्कार को बदल कर एक नई राजनैतिक परिपाटी की शुरुआत की है इसका परिणाम कालांतर में उन भाजपाई और संघी महापुरुषों के साथ भी होगा जिनका देश की आजादी में देश के नवनिर्माण में रंच मात्र भी योगदान नही है सिर्फ संघ और भाजपा के नेता होने के कारण देश भर में भाजपाई सरकारो ने उनकी मूर्तिया लगाई है उनके नाम से योजनाएं शुरू की है ।लोकतंत्र में सत्ता परिवर्तन शील होती है और राजनैतिक निर्णय आने वाली सरकारों के लिए नजीर।
जगदलपुर, 6 अगस्त। भाजपा शहर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि आज करोड़ों देशवासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम परिवर्तित कर मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार किये जाने पर देश के हजारों खिलाडिय़ों सहित देशवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार माना। मेजर ध्यानचंद ने अपने असाधारण खेल से विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान दी व अनगिनत खिलाडिय़ों के प्रेरणास्त्रोत बने।
सुरेश गुप्ता ने कहा कि जनभावना को देखते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सही निर्णय है। वे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे जिनमें 1928 का एम्सटर्डम ओलम्पिक, 1932 का लॉस एंजेल्स ओलम्पिक एवं 1936का बर्लिन ओलम्पिक सम्मिलित है उनकी जन्मतिथि 29 अगस्त को भारत में ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। हॉकी के खेल में उन्होंने भारत को वह कामयाबी दिलाई जो एक मिसाल बन गई। गेंद उनकी हॉकी स्टिक से लगते ही करिश्मा करने लगती। तभी तो उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता था। ध्यानचंद न सिर्फ हॉकी के खेल के महारथी थी बल्कि उनमें देशभक्ति भी कूट-कूटकर भरी हुई थी। तभी तो जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने भी ध्यान चंद को सैल्यूट करना पड़ा था।
मेजर ध्यानचंद की ख्याति और उपलब्धियां भारत की सीमाओं से बाहर भी गूंजती थी, भारत सरकार हॉकी के इस जादूगर को सम्मानित करने के लिए उन्हें हॉकी का जादूगर की संज्ञा दी। देश में खेलों के विकास के लिए खेलरत्न पुरस्कार मेजर ध्यानचंद के नाम पर होने से लाखों खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ेगा एवं ऊर्जा प्राप्त होगी।
कांग्रेस शुरू से ही जातिवाद एवम परिवारवाद की राजनीति करते आई, अपने निर्णय को देश एवं देश की जनता पर थोपती गई।
खेलरत्न पुरुस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर होना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करता हूं कि वो जल्द जेएनयू का भी नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी करें।
जगदलपुर, 6 अगस्त। कोतवाली पुलिस द्वारा गुम हुये मोटर सायकल को तत्काल ढूंढकर, प्रार्थी को सुपुर्द किया गया। मोटर सायकल मिलने पर प्रार्थी ने समस्त थाना स्टाफ को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि प्रार्थी रिशु अग्रहरि निवासी कचोरा ने मौखिक सूचना दर्ज कराया कि 4अगस्त को प्रार्थी ने अपना मोटर सायकल क्रमांक-सीजी 17के एच 0648 को संजय मार्केट में अरीहंत ट्रेडर्स के बाजु (शंकर ट्रेडर्स) के बाजू में खड़ा किया था, जो लगभग 2 बजे वापस आकर देखा मोटर सायकल वहॉ पर खड़ा नहीं था। की शिकायत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम त्यार कर टीम के द्वारा तुरंत सीसीटीवी फुटेज की मदद से पता तलाश कर, खोजबीन किया जा रहा था। जिस पर गुरुवार की रात्रि में पेट्रोलिंग दौरान संजय मार्केट में चबूतरा के पास में लावारिस हालात में मोटर सायकल खड़ा मिला। जिसे थाना लाकर प्रार्थी को तलब कर, तस्दीकी पश्चात उक्त मोटर सायकल को सुपुर्दनामा पर दिया गया। मोटर सायकल मिलने पर प्रार्थी ने समस्त थाना स्टाफ को धन्यवाद ज्ञापित किया।
जगदलपुर, 6 अगस्त। जगदलपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत छोटे मुरमा के छेपड़ापारा में लकड़ी की तस्करी करने वाले चार व्यक्तियों को वन विभाग ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी देवेंद्र सिंह वर्मा ने बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुआ था कि ग्राम छोटे मुरमा में कुछ व्यक्तियों के द्वारा अवैध तरीके से हाथ चिरान कर सागौन, बीजा वं साल प्रजाति की प्रतिबंधित लकड़ी की तस्करी की जा रही है। सुचना पर तत्काल एक टीम तैयार कर टीम को मुकबीर के बताये जगह पर रवाना कर संदिग्ध व्यक्ति लक्ष्मी, बलराम, कृष्ण, मूलसिंह सभी निवासी छोटेमुरमा के घर पर तलाशी लेने पर दीवान, पलंग व चौखट को बरामद किया गया। उक्त आरोपियों से पूछताछ करने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर 4 व्यक्तियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में वन परिक्षेत्र अधिकारी देवेंद्र सिंह वर्मा, खेमवती, अभिषेक, धीरज, कमल ठाकुर, शंभू, अजय देवांगन, निर्मल, रामसिंह सहित समिति के चौकीदारों की महत्पूर्ण भूमिका रही।
जगदलपुर, 6 अगस्त। शिक्षा मनुष्य की आंखें हैं, जिससे वह अखिल ब्रह्मांड को देखता है। शिक्षा के बिना मानव जीवन व्यर्थ है। उक्त बातें सरस्वती योजना अंतर्गत साईकिल वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि की आसंदी से बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कही।
उन्होंने कहा कि शासन के समस्त निर्देशों का पालन करते हुए स्कूली बच्चे व शिक्षक पूरी जवाबदेही के साथ शालाओं का संचालन करें एवं बच्चे मन लाकर लगा कर पढ़ाई करें। विधायक लखेश्वर बघेल ने प्राथमिक, माशा फरसापरा में भवन मरम्मत के लिए 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की, साथ ही कन्या शाला में शाला परिसर के अंदर डोम निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार करने के लिए प्राचार्य को निर्देशित किया। विधायक ने प्राधिकरण निधि 10 लाख रुपए देने की घोषणा की।
निर्माण कार्य में विलम्ब को लेकर लोकनिर्माण विभाग को लगाई फटकार
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या बस्तर में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण में हो रहे विलंब को लेकर पालकों ने जब शिकायत की, तब विधायक ने अधिकारी को ऐसे लापरवाह ठेकेदारों को कार्य ना देने की बात करते हुए जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया। कार्य समय पर पूर्ण नहीं किया जाता है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी उन्होंने कही।
कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप जिला पंचायत सदस्य गणेश राम बघेल ,फतेह सिंह परिहार ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि दिलीप सिंह सेंगर,दिनेश यदु, प्रेम शंकर शुक्ला,गोपाल तिवारी, श्रीमती चम्पा ठाकुर,डोमाय मौर्य, आशीष मिश्रा,अनिल पांडेय,शोभा राम मार्कण्डेय, बेथनाथ मौर्य, भृगु तिवारी, नरसिंह नागेश,सुखदेव कश्यप,हुसैन खान,अंकित पारख, बीईओ मोतीराम कश्यप, बीआरसी राजेन्द्र सिंह ठाकुर,सुशील तिवारी,शैलेन्द्र तिवारी,भोला राम मरकाम,प्राचार्य चन्द्रभान मिश्रा,मनोज सिंह उपस्थित थे।
जगदलपुर, 6 अगस्त। छत्तीसगढ़ शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्रालय द्वारा बीते दिनों एक अस्थाई तबादला पत्र जारी किया गया, जिसमें प्राध्यापक से लेकर सह प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों को अस्थाई रूप से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर में भेजा जा रहा है, इस महाविद्यालय के लिए जगदलपुर से लेकर रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ आदि जगहों से 13 विभागों के 27 डॉक्टर को भेजा जा रहा है, इन सबके अलावा इन अस्थाई नियुक्ति में पीजी स्नातकोतर चिकित्सा के 20 डॉक्टर शामिल हैं। इस अस्थाई तबादला में मेडिकल कॉलेज डिमरापाल से डॉ. नवीन दुल्हानी से लेकर डॉ. अल्पना बंसल भी शामिल हंै।
जारी पत्र में बताया गया कि अलग-अलग विभाग जिसमें एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी, फॉरेंसिक, फार्माकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, कम्यूनिटी मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, अस्थि रोग, प्रसूति एवं स्त्री रोग, जनरल सर्जरी के अलावा निस्चेतना विभाग के प्राध्यापक से लेकर सह प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों शामिल हंै। अस्थाई चिकित्सकों में मेडिकल कॉलेज जिसमें रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़ के अलावा जगदलपुर डॉक्टर्स शामिल हंै।
मेकाज से जनरल मेडिसिन से डॉ. नवीन दुल्हानी, डॉ. मैरी कुट्टी, डॉ. एवन ध्रुव, डॉ. एसपीएस शामिल है, प्रसूति एवं स्त्री रोग से डॉ. अल्पना बंसल, पैथोलॉजी से डॉ. कल्पना, बायोकेमिस्ट्री से डॉ. अमर सिंह शामिल है। वहीं पीजी स्नातकोतर अनुबंधित चिकित्सा के 14 विभाग के 20 सीनियर रेसीडेंट डॉक्टर शामिल हंै।
जगदलपुर, 6 अगस्त। आज रासायनिक खाद की समस्या को लेकर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
धरना को संबोधित करते हुए शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खरीफ 2021 सीजन के लिए केंद्र सरकार से 11.75 लाख टन रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति की मांग की गई थी किंतु माह जुलाई तक छत्तीसगढ़ को मात्र 5.26 लाख मैट्रिक टन रासायनिक खाद प्रदाय की गई, बीते 6 वर्षों की तुलना में इस साल खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य को अब तक रसायनिक उर्वरकों की आधी अधूरी मात्रा ही मिल पाई है जिसके कारण प्रदेश का किसान अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को लेकर असमंजस की स्थिति में भटक रहा है तथा खाद की कमी से किसान बेहद परेशानी का सामना कर रहे है जब तक केंद्र की भाजपा सरकार प्रदेश सरकार के द्वारा रसायनिक खाद बीज की आवश्यकता व मांग के अनुरूप किसानों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए ठोस और निर्णायक कदम नहीं उठाएगी और उसकी आपूर्ति नहीं करेगी, तब तक कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन रसायनिक खाद बीज पर्याप्त मात्रा में आवश्यकतानुसार उपलब्ध नहीं कराए जाने पर केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय मोदी सरकार कांग्रेस शासित राज्यों के साथ हमेशा से सौतेला व्यवहार करते आ रही है। राज्य सरकार की मांगों के अनुरूप न तो कोई कार्य कर रही है न ही राज्य सरकार को करने दे रही है। यह देश की बहुत बड़ी विडंबना है। यदि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप संसाधन मुहैया नहीं कराए जाएंगे तो उनकी खेती किसानी पूरी तरह प्रभावित होगी। केंद्र सरकार की दोहरी नीति के कारण किसान खेती किसानी को लेकर असमंजस की स्थिति में है।
महापौर सफिरा साहू ने कहा कि जहां एक तरफ प्रदेश की भूपेश सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है और दूसरी तरफ केंद्र की मोदी सरकार कुठाराघात करने पर आतुर है।
इस धरना प्रदर्शन को सतपाल शर्मा, नगरनार ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र साहनी, लैखन बघेल, जलन्धर नाग, जिला महामंत्री अनवर खान , दिनेश सिंह,योगेश पाणिग्राही ,सायरा खान, प्रवीण जैन सहित प्रमुख वक्ताओं ने भी संबोधित कर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन विजय सिंह द्वारा किया गया । बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम तहसीलदार पुष्पराज पात्रा के माध्यम से किसानों को अविलंब राहत पहुचाये जाने सम्बंधित ज्ञापन सौंपा गया । धरना प्रदर्शन में केंद्र की मोदी सरकार के विरुद्ध किसानों ने जम कर नारेबाजी की । कार्यक्रम में किसान , जिला / ब्लॉक /ज़ोन/सेक्टर व मोर्चा/प्रकोष्ठ/विभाग के पदाधिकारीगण , जनप्रतिनिधिगण व कार्यकर्तागण उपस्थित हुए ।
जगदलपुर, 6 अगस्त। जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जगदलपुर अध्यक्ष एवं बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य सयोंजक नवनीत चाँद ने बयान जारी करते हुए कहा कि बस्तर में किसानों को इस वर्ष खाद की किल्लत व कालाबजारी के लिए राज्य सरकार की उदासीनता व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही व केंद्र सरकार का अडिय़ल रवैया जिम्मेदार है। कांग्रेस व भाजपा दोनों ही राष्ट्रीय पार्टी द्वारा बस्तर के किसानों की खाद की किल्लत ,कालाबजारी,व अन्य समस्याओं के वास्तविक समाधान के प्रयास करने के बजाए एक दूसरे के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर बस्तर के किसानों को गुमराह कर घडिय़ाली आंसू बहा रहे है। जिसे बस्तर के किसानों ने व बस्तर की जनता ने पहचान लिया है।
बस्तर के जनप्रतिनिधि व दोनो की पार्टियों के संघटन प्रमुख बस्तर के किसानों व जनता को यह बताये की जिले में 1 लाख 53 हजार हेक्टयर में लगभग खेती होती है। जिसके लिए इस वर्ष खाद का लक्ष्य 27 हजार मेट्रिक टन निर्धारित किया गया था। जिसे किसानों को वर्ष 2021 मई माह में सभी लेम्स के माद्यम से वितरित किया जाना था। आज वर्तमान में लक्ष्य से आधा ही भण्डार क्यों हो पाया है?,संबंधित विभाग द्वारा वर्ष 2020 में प्राप्त केंद्रीय खाद वितरण प्रणाली के तहत प्राप्त खाद का स्टॉक निर्धारित समय से पूर्व क्यों नही भरा गया?वर्ष 2021में वर्ष 2020 के खाद स्टॉक ऑनलाइन दिखने पर नए खाद के रैक नही लग पाने का दोषी कौन?,केंद्र सरकार द्वारा विभागीय मार्कफेड की गलतियों को जानने के बाद भी खाद की कमी को देख, किसान हित मे नियमो शिथिल कर खाद रैक की अनुमति क्यों नही दी?,
राज्य सरकार द्वारा समय रहते विभागीय गलतियों के जिमेदार दोषियो पर कार्यवाही क्यों नही की? बस्तर के किसानों के इस ज्वलन्त सवालों का जवाब राज्य सरकार ,केंद्र सरकार ,बस्तर के जनप्रतिनिधियों व दोनो ही पार्टियों के संघटन प्रमुखों को देने चाहिए एवं किसानों की खाद की किल्लत ,कालाबजारी के मार पर रोक,व अन्य समस्याओं का तत्काल समाधान करना चाहिये। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे व बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा राज्य ,केंद्र सरकार व बस्तर के जनप्रतिनिधियों से अपील करती है। कि वर्ष 2021 में आज पर्यन्त तक खेती के लिहाज से वर्षा कम हुई है। आगामी जिले में प्रभारी मंत्री की जिला बैठक में अल्प वर्षा के कारण सूखा ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण करवा सरकारी राहत योजनाओ की घोषणा करे, ताकि बस्तर के किसानों को लाभ पहुच सके।
बचेली, 6 अगस्त। पुलिस की ओर से पर्यावरण के संरक्षण एवं पुलिस परिसर में स्वस्थ वातावरण निर्मित करने के ध्येय से मनाये जा रहे मनाये जो रहे पौधारोपण त्यौहार पोदला उरस्कन कार्यक्रम के तहत कल बचेली नगर के पुलिस थाना परिसर में पौधारोपण किया गया।
बचेली थाना प्रभारी अमित पाटले, पुलिस स्टाफ के परिजनों व महिला पुलिस कर्मियों व रेल्वे सुरक्षा बल के अधिकारी-कर्मचारियों ने पौधे लगाये। इन पौधे को पेड़ बनने तक सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी पुलिस निभाएगी। गौरतलब है कि बस्तर संभाग के सभी थाना चौकी व सुरक्षा कैंपों में नौ अगस्त तक पौधारोपण त्यौहार पोदला उरस्कन मनाया जा रहा है।
बचेली, 6 अगस्त। प्रदेश में भरपूर मात्रा में रासायनिक खाद उपलब्ध कराकर किसानों को राहत पहुंचाने को लेकर बचेली ब्लॉक कांग्रेस द्वारा शुक्रवार को प्रधानमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
कांग्रेसियों का कहना है कि खरीफ 2021 की सीजन के लिए राज्य सरकार द्वारा 11.75 लाख टन रासायनिक उर्वरकों के आपूर्ति की मांग की थी, इसके विरुद्ध 7 जुलाई तक छत्तीसगढ़ को मात्र 5.26 लाख मैट्रिक टन रासायनिक खाद प्रदाय की गई है, जो मांग का 45 प्रतिशत है, जिसके चलते राज्य में रासायनिक खाद की किल्लत बनी हुई है। बीते 6 वर्षों की तुलना में इस साल खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य को अब तक रासायनिक उर्वरकों की आधी अधूरी मात्रा ही मिल पाई है। यही वजह है कि राज्य में किसानों की मांग के अनुसार रासायनिक उर्वरकों की पूर्ति में दिक्कत ही रही है और खरीफ की खेती प्रभावित होने की आशंका उत्पन्न हो गई है।
कांग्रेस कमेटी इस ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं कि राज्य सरकार द्वारा खरीफ सीजन हेतु मांगी गई 11.75 लाख टन रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति अविलंब पूर्ण करते हुए प्रदेश के किसानों को राहत पहुंचाया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान पालिकाध्यक्ष पूजा साव, मनोज साहा, देवेंद्र नायक, आनंद सिंह, बीना साहू, दमयंती साहू, कमला सोनवानी, किरण जायसवाल व अन्य कांग्रेसी उपस्थित रहे।
कांकेर, 6 अगस्त। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कांकेर उमाशंकर बंदे ने गत दिनों सडक़ दुर्घटना में चार मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रूपये के मान से 1 लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत किया है।
अनुविभागीय अधिकारी श्री बंदे द्वारा कांकेर तहसील के ग्राम बारदेवरी में हुई सडक़ दुर्घटना में मृतक छात्र रोशन राना, हिरेश नाग एवं पुष्पराज नागेश के निकटतम वारिसों के लिए सहायता राशि स्वीकृत किया गया है। रोशन राना के निकटतम वारिस नरेन्द्र राना, हिरेश नाग के पिता हिरसिंह और पुष्पराज नागेश के पिता सुदामा नागेश के लिए 25-25 हजार रूपये तथा भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम बांसला निवासी प्रलय देहारी की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके पिता कमलेश देहारी के लिए 25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत किया गया है।