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संक्रमण के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया नियंत्रण से बाहर होने पर होती जानलेवा सेप्सिस-डॉ. शर्मा
13-Sep-2025 3:37 PM
संक्रमण के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया नियंत्रण से बाहर होने पर होती जानलेवा सेप्सिस-डॉ. शर्मा

एनएच एमएमआई ने किया जागरूक

रायपुर, 13 सितंबर। वरिष्ठ सलाहकार एवं प्रमुख, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग, एनएच एमएमआई सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि सेप्सिस एक जानलेवा स्थिति है, जो तब होती है जब संक्रमण के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया नियंत्रण से बाहर हो जाती और अंगों को नुकसान पहुँचाती है।

 डॉ. शर्मा ने बताया कि इसे अक्सर रक्त विषाक्तता कहा जाता है और यह बैक्टीरिया, फंगस, वायरस या परजीवी संक्रमणों से उत्पन्न हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अस्पताल में भर्ती हर छह में से एक मरीज सेप्सिस से प्रभावित होता है। 2017 में ङ्ख॥ह्र ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता घोषित किया।

 डॉ. शर्मा ने बताया किजागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 13 सितंबर को विश्व सेप्सिस दिवस मनाया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, सेप्सिस के लगभग 80 प्रतिशत मामले अस्पताल से बाहर शुरू होते हैं और इसके सामान्य कारण निमोनिया और मूत्र मार्ग संक्रमण हैं। यदि इलाज में देर हो जाए, तो यह सेप्टिक शॉक में बदल सकता है, जिसमें रक्तचाप खतरनाक रूप से गिर जाता है और गहन देखभाल के बिना मौत भी हो सकती है।


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