कारोबार
रायपुर, 2 सितंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि डेलनेट-डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क, नई दिल्ली ने कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर के सहयोग से शनिवार, 30 अगस्त, 2025 को पुस्तकालयों, एलआईएस पेशेवरों और उपयोगकर्ताओं का परिवर्तन और सशक्तिकरण: उभरते रुझान विषय पर एक दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। डेलनेट के बारे में - डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क, नई दिल्ली भारत में एक प्रमुख संसाधन साझा पुस्तकालय नेटवर्क है, जो भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों तथा कुछ अन्य देशों के 9500 से अधिक संस्थानों को जोड़ता है, जिनमें विश्वविद्यालय, कॉलेज, अनुसंधान एवं विकास संगठन, चिकित्सा अस्पताल आदि शामिल हैं।
विश्वविद्यालय ने बताया कि डेलनेट का मुख्य उद्देश्य सूचना एकत्रित, संग्रहीत और प्रसारित करके तथा उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क लाइब्रेरी सेवाएं प्रदान करके सदस्य पुस्तकालयों के बीच संसाधन साझाकरण को बढ़ावा देना; सूचना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान करना, सदस्य पुस्तकालयों को तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करना; उपयुक्त संग्रह विकास के लिए प्रयासों का समन्वय करना; अंतर-पुस्तकालय ऋण और दस्तावेजों की डिलीवरी को सुविधाजनक बनाना और बढ़ावा देना आदि है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि कार्यशाला का आयोजन नया रायपुर स्थित कलिंगा विश्वविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने सत्र को आगे बढ़ाते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और प्राचीन भारतीय ज्ञान प्रणाली पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने प्राचीन पुस्तकालयों और उस समय पुस्तकों के संग्रहण के तरीकों का उल्लेख किया।


