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रायपुर, 3 अगस्त। रामकृष्ण केयर अस्पताल, रायपुर ने बताया कि इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन (रायपुर चैप्टर) और सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन इंडिया (छ.ग. चैप्टर) के सहयोग से एडवांस्ड सिमुलेशन-बेस्ड ईसीएमओ कार्यशाला का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम पूरे मध्य भारत में अपनी तरह का पहला था।
अस्पताल ने बताया कि इस महत्वपूर्ण कार्यशाला का संचालन देश के ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञों ने किया, जिनमें डॉ. संदीप दीवान (सीनियर डायरेक्टर एवं एचओडी - क्रिटिकल केयर मेडिसिन, फोर्टिस गुडग़ांव), डॉ. राहुल पंडित (चेयर क्रिटिकल केयर, एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड आरसी मुंबई), डॉ. जुमाना यूसुफ हाजी (कंसल्टेंट क्रिटिकल केयर, फोर्टिस मुलुंड), डॉ. मुनिश चौहान (एडिशनल डायरेक्टर, सीसीएम, फोर्टिस गुडग़ांव) और डॉ. प्रितिमा चनाना (सीनियर कंसल्टेंट क्रिटिकल केयर, एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड आरसी मुंबई) शामिल रहे।
अस्पताल ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य क्रिटिकल केयर में कार्यरत डॉक्टरों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को ईसीएमओ (एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनशन) तकनीक में उच्च स्तरीय व्यावहारिक ज्ञान और सिमुलेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करना था। कार्यक्रम में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और इसे अपने रोजमर्रा के क्लिनिकल कार्य में बेहद उपयोगी बताया।
अस्पताल ने बताया कि इस आयोजन को डॉ. संदीप दवे (मैनेजिंग एवं मेडिकल डायरेक्टर) के संरक्षण और डॉ. जावेद अली खान (सीनियर कंसल्टेंट एवं एचओडी कार्डियोलॉजी), डॉ. विनोद आहूजा (कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जन), डॉ. सुशील जैन (सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजी), डॉ. विशाल कुमार (एचओडी - क्रिटिकल केयर) एवं डॉ. संतोष सिंह (एचओडी - इमरजेंसी मेडिसिन एवं डीएमएस) के नेतृत्व में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
डॉ. संदीप दवे ने कहा, ईसीएमओ गंभीर ह्रदय एवं श्वसन विफलता वाले रोगियों के लिए जीवनरक्षक तकनीक के रूप में उभरा है। सुरक्षित और प्रभावी परिणाम के लिए कौशल आधारित प्रशिक्षण समय की आवश्यकता है।


