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चयनित को 100 प्रतिशत नि:शुल्क शिक्षा
हैदराबाद, 20 जुलाई। एनएमडीसी ने बताया कि भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत एक परिवर्तनकारी कौशल विकास पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों से 500 आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाना है ।
एनएमडीसी ने बताया कि केन्द्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी), हैदराबाद के सहयोग से, एनएमडीसी प्लास्टिक और पॉलिमर प्रौद्योगिकी में तकनीकी शिक्षा को पूरी तरह से प्रायोजित करेगा, जिसमें ट्यूशन, प्रशिक्षण, आवास और अन्य सम्बद्ध लागतें शामिल हैं । प्रवेश 20 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक खुले हैं, जिसमें नीचे दिए गए पाठ्यक्रमों के लिए पहले आईए, पहले पाईए के आधार पर चयन किया जाएगा।
एनएमडीसी ने बताया किमशीन ऑपरेटर - एनएसक्यूएफ लेवल प्रमाणन : यह अल्पकालिक प्रमाणन पाठ्यक्रम छह महीने की अवधि का है और कम से कम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए खुला है । 400 सीटों वाला यह पाठ्यक्रम प्लास्टिक प्रसंस्करण, इंजेक्शन मोल्डिंग और ब्लो मोल्डिंग आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है ।
एनएमडीसी ने बताया कि यह पाठ्यक्रम प्लास्टिक और विनिर्माण क्षेत्रों में तत्काल रोजगार के लिए कुशल मशीन ऑपरेटरों को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्लास्टिक प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम और प्लास्टिक मोल्ड प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम में डिप्लोमा : ये दो डिप्लोमा पाठ्यक्रम तीन साल तक के हैं और उन छात्रों के लिए खुले हैं जिन्होंने 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की है ।
एनएमडीसी ने बताया कि प्लास्टिक सामग्री, मोल्ड डिजाइन, उत्पाद निर्माण और उत्पादन प्रक्रियाओं में गहरे तकनीकी कौशल बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए कुल 80 सीटें उपलब्ध हैं । यह पाठ्यक्रम छात्रों को प्लास्टिक इंजीनियरिंग और विनिर्माण उद्योगों की एक श्रृंखला में डिजाइन, उत्पादन और गुणवत्ता नियंत्रण में तकनीकी भूमिकाओं के लिए तैयार करता है ।
एनएमडीसी ने बताया कि प्लास्टिक प्रसंस्करण और परीक्षण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा: विज्ञान में स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवारों के लिए खुला यह उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम दो वर्षों की अवधि का है और इसमें 20 सीटें हैं । यह पाठ्यक्रम उन्नत पॉलीमर प्रसंस्करण, सामग्री परीक्षण, गुणवत्ता आश्वासन और उद्योग-विशिष्ट अनुप्रयोगों पर केंद्रित है । इसका उद्देश्य प्लास्टिक और पॉलीमर उद्योग के गुणवत्ता प्रयोगशालाओं, अनुसंधान और तकनीकी विभागों में विशिष्ट भूमिकाओं के लिए उम्मीदवारों को तैयार करना है ।
एनएमडीसी ने बताया कि इस आउटरीच कार्यक्रम का एक प्रमुख परिणाम रोजगार क्षमता है । स्नातकों को 15,000 से 25,000 प्रति माह शुरुआती वेतन और भत्ते मिल सकते हैं, साथ ही राष्ट्रीय उद्योग नेटवर्क के माध्यम से 70 प्रतिशत प्लेसमेंट की गारंटी भी है।