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नया रायपुर, 22 मई। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि डिजी लॉकर, डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है। डिजी लॉकर का उद्देश्य नागरिकों के डिजिटल दस्तावेज़ वॉलेट में प्रामाणिक डिजिटल दस्तावेज़ों तक पहुँच प्रदान करके नागरिकों का ‘डिजिटल सशक्तिकरण’ करना है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि अपार आईडी डिजिलॉकर के लिए एक लिंक के रूप में कार्य करती है, जो एक ऑनलाइन संग्रह है, जहां छात्र परीक्षा परिणाम जैसे आवश्यक दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करते हैं। ्रक्क्र्रक्र आईडी के माध्यम से अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी) से जुड़ा यह संस्थान राष्ट्रीय शैक्षणिक डिपॉजिटरी के माध्यम से संस्थानों से शैक्षणिक क्रेडिट प्राप्त करता है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि इससे प्रवेश या नौकरी के आवेदनों के लिए प्रमाणीकरण आसान हो जाता है, तथा शैक्षणिक अभिलेखों का सत्यापन सरल हो जाता है। उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार ने कलिंगा विश्वविद्यालय के सहयोग से 21-05-2025 को कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर में छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों और स्वायत्त कॉलेजों के लिए अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) पर डेटा अपलोड करने पर एक कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन इस कार्यक्रम में राज्य भर से शिक्षाविदों ने भाग लिया।
विश्वविद्यालय ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने स्वागत भाषण दिया। उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जी. ए. घनश्याम ने कार्यशाला का अवलोकन प्रस्तुत किया।