कारोबार

बालकोनगर, 6 मई। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने बताया कि मजदूर दिवस के अवसर पर सुरक्षित, डिजिटल और समावेशी कार्यस्थल निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रचालन क्षेत्र में 11,000 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों के साथ कंपनी एक ऐसी कार्य संस्कृति को बढ़ावा दे रही है, जहाँ सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बालको ने बताया कि डिजिटलीकरण से कार्य प्रक्रियाएं अधिक कुशल बनी हैं और इससे कर्मचारियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। बालको में सुरक्षा साझी जिम्मेदारी है, सभी कर्मचारी एवं आगंतुक सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं। पूरे प्लांट में अग्नि एवं सडक़ सुरक्षा जैसे विषय पर होने वाली मासिक चर्चाएं सुरक्षा संस्कृति को और मजबूती प्रदान करती हैं।
बालको ने बताया कि इन कार्यों को एआई-संचालित निगरानी प्रणालियों तथा डिजिटल सुरक्षा डिस्प्ले के सहयोग से जोखिमों की पहचान तथा सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित कर कंपनी के शून्य-हानि दर्शन की प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। कंपनी ने डिजिटलाजेशन से कर्मचारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है जिससे प्रचालन का कार्य सुरक्षित व दक्षता के साथ हो रहा है।
बालको ने बताया कि पॉटलाइन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआर/वीआर प्रशिक्षण ने कर्मचारियों को सुरक्षित एवं नियंत्रित वातावरण में जटिल कार्यों के लिए तैयार होने में सक्षम बनाया है। मैटेरियल मूवमेंट और कास्ट हाउस के कार्यों का संचालन रियल-टाइम डैशबोर्ड और स्वचालित ट्रैकिंग सिस्टम के माध्यम से अधिक पारदर्शिता और दक्षता के साथ किया जाता है।
बालको ने बताया कि इन्वेंट्री प्रोसेसिंग से लेकर इंटरलॉक प्रोटेक्शन तक डिजिटल टूल टीम को तेजी से निर्णय लेने, जोखिमों की पहचान करने और कार्यस्थल के तनाव को कम करने में सहायक हैं। बालको में स्वास्थ्य और कल्याण कार्यस्थल से शुरू होता है, जहाँ नियमित जांच और स्वास्थ्य जांच के माध्यम से निवारक देखभाल दैनिक कार्यों में अंतर्निहित है। कर्मचारियों और उनके परिवारों के पास बालको अस्पताल के 100 से अधिक बेड वाले मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की सेवाएं सुलभ हैं।