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रायपुर, 3 मई। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर ने बताया कि एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल में 81 वर्षीय हृदय रोगी की सफलतापूर्वक प्रोस्टेट सर्जरी की गई, जो हाल ही में ओपन हार्ट सर्जरी से गुजऱे थे और खून पतला करने वाली दवाओं पर थे। मरीज को लंबे समय से पेशाब में कठिनाई हो रही थी। जांच में पता चला कि उनका प्रोस्टेट लगभग250 ग्रामतक बढ़ चुका था — सामान्य से कई गुना अधिक। प्रारंभिक इलाज के रूप में एक महीने तक कैथेटर के माध्यम से स्थिति को स्थिर किया गया।
हॉस्पिटल ने बताया कि इसके बाद Holmium Laser Enucleation of the Prostate (HoLEP) प्रक्रिया की गई। यह एकन्यूनतम इनवेसिव लेजऱ तकनीकहै, जिसमें रक्तस्राव बहुत कम होता है और मरीज जल्दी स्वस्थ होता है। सर्जरी के बाद मरीज को मात्र 48 घंटों में अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वे एक सप्ताह के भीतर सामान्य दिनचर्या में लौट आए। इस जटिल सर्जरी का नेतृत्वडॉ. वरुण शर्मा ने किया। उन्होंने बताया बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि वाले और ब्लड थिनर पर चल रहे मरीजों के लिए सबसे सुरक्षित और कारगर तकनीक है। यह तकनीक हमें अत्यधिक सटीकता से सर्जरी करने की सुविधा देती है और मरीज की तेज़ रिकवरी सुनिश्चित करती है।
अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर अजीत कुमार बेल्लोंकोंडा ने बताया कि यह सफलता हमारे हॉस्पिटल की उस विशेषज्ञता को दर्शाती है, जिसके माध्यम से हम उच्च जोखिम वाले मरीजों का सफल इलाज करते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम नवीनतम तकनीकों के माध्यम से बेहतर परिणाम सुनिश्चित करें।
श्री बेल्लोकोंडा ने भी बताया कि अत्याधुनिक लेजऱ तकनीक है जो प्रोस्टेट वृद्धि के इलाज में प्रयुक्त होती है। यह खासतौर पर उन मरीजों के लिए उपयोगी है जो ब्लड थिनर ले रहे हों। इस प्रक्रिया में अधिकांश मरीजों को 24 से 48 घंटों में छुट्टी मिल जाती है और वे शीघ्र सामान्य जीवन में लौट सकते हैं। यह तकनीक 200 ग्राम से अधिक वजऩ वाले प्रोस्टेट में भी कारगर है और लंबे समय तक राहत प्रदान करती है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस सफलता के साथ एनएचएमएमआई रायपुर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह जटिल और उच्च जोखिम वाले मामलों में भी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं देने में अग्रणी है। होलेप तकनीक के माध्यम से अस्पताल ने न केवल चिकित्सा जगत में एक मिसाल कायम की है, बल्कि मरीजों के जीवन में भी एक सकारात्मक बदलाव लाया है।