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वृंदा चेस्ट एलर्जी सेंटर में राज्य की पहली सीआरडी मशीन, बीमारी से मिलेगी मुक्ति
28-Apr-2025 2:11 PM
वृंदा चेस्ट एलर्जी सेंटर में राज्य की पहली सीआरडी मशीन, बीमारी से मिलेगी मुक्ति

डॉ. देवांगन ने किया जागरूक

रायपुर, 28 अप्रैल। वृंदा चेस्ट एलर्जी सेंटर के डॉ. केदारनाथ देवांगन ने बताया कि छत्तीसगढ़ का पहला सीआरडी मशीन स्थापित किया गया है। इस मशीन के जरि एलर्जी का पता चल सकेगा और उन बीमारियों का इलाज भी संभव होगा। दरअसल, नाक, फेफड़े और त्वचा की एलर्जी का अक्सर पता लगाना संभव नहीं हो पाता हैं, लेकिन सीआरडी मशीन से इसका निदान भी संभव हो पाया है। 

डॉ. देवांगन ने बताया कि साथ ही एलर्जी  से 100 प्रतिशत इलाज संभव हैं कि नहीं, वह भी पता चल सकेगा। सामान्यत: कई बार बच्चों में विभिन्न प्रकार के चीजें जैसे अंडा, बादाम, चावल, दूध, गेहूं, सेव खाने से समस्या आ जाती है एलर्जी हो जाती है इस वजह से माता-पिता भी बच्चे को लेकर चिंतित रहते हैं, लेकिन सीआरडी मशीन से पता चलेगा कि बच्चे इन चीजों को ग्रहण कर सकते हैं या नहीं। 

डॉ. देवांगन ने बताया कि इस टेस्ट की जारी डॉक्टर आपको बता सकता है कि कौन सी चीज खानी है नहीं खानी है या कैसे खानी है उदाहरण के लिए यदि अगर अंडा नहीं खा पा रहा है तो इस टेस्ट के जरिए पता चल सकता है कि उसे प्रोटीन से एलर्जी है तो अंडा उबाल कर खाने से एलर्जी नहीं होगी या सेब के छिलके के प्रोटीन से एलर्जी है तो छिलका हटाकर खाया जा सकता है । 

 

 

डॉ. देवांगन ने बताया कि इस पद्धति एलर्जी के इलाज में आधुनिक प्रोटीन टेस्ट की परिणाम के आधार पर उपचार की योजना बना सकते हैं। यह परिणाम इलाज की सटीकता को बढ़ाता है । यह सटीक एलर्जी और क्रॉस-रिएक्शन के बीच अंतर करने में मदद करता है व सटीकता  को बढाता है ये उस कारण ( प्रोटीन) का पता लगाता है जिससे शरीर में एलर्जी हो रही है और उसको दूर करने में  मदद करती है।

डॉ. देवांगन ने बताया कि गंभीर प्रतिक्रियाओं के लिए जोखिम स्तरीकरण यह गंभीर / रियेक्सन के खतरे को कम करने मे या स्थिर करने में मदद करता है। 


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