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प्रियोन होल्डिंग्स में कैटरमैन की हिस्सेदारी अमेज़न द्वारा सीधा एवं घोर एफडीआई नीति उल्लंघन-कैट
24-Dec-2021 12:51 PM
प्रियोन होल्डिंग्स में कैटरमैन की हिस्सेदारी अमेज़न द्वारा सीधा एवं घोर एफडीआई नीति उल्लंघन-कैट

रायपुर, 24 दिसंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरेंद्र सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिया प्रभारी संजय चौबे ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया।
 
कैट ने बताया कि हाल की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ये सामने आया है कि अमेज़ॅन सेलर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (अमेज़ॅन) ने प्रिओन बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (प्रियोन) में कैटामारन वेन्चर्स की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) में आवेदन किया है। अगर अमेजऩ को सीसीआई की मंजूरी मिल जाती है, तो यह एफडीआई नीति का घोर उल्लंघन होगा क्योंकि ऐसा होने से अमेजऩ का अपने मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म पर विक्रेता पर पूरा नियंत्रण होगा। यह अमेज़ॅन को मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म से इन्वेंट्री आधारित प्लेटफार्म में बदल देगा, जो कि एफडीआई नीति के तहत सख्त वर्जित है।
 
श्री पारवानी एवं श्री जितेन्द्र दोशी ने विस्तार से बताते हुए कहा कि - प्रियोन अमेज़ॅन एशिया पैसिफिक होल्डिंग्स (अमेजन एशिया), सिंगापुर (24 प्रतिशत) और कैटामारन वेन्चर्स (76 प्रतिशत) की सहायक कंपनी है और ये पूरी तरह से क्लाउडटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड(क्लाउडटेल) के मालिक है, जो अमेज़न इंडिया मार्केटप्लेस पर दो सबसे बड़े विक्रेताओं में से एक है।
 
श्री पारवानी और श्री दोशी ने बताया कि अमेजन का दुस्साहस बेहद आश्चर्यजनक है। प्रवर्तन निदेशालय और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग जैसी विभिन्न भारतीय एजेंसियों द्वारा कई जांच का सामना करने के बावजूद, अमेज़न भारतीय अधिकारियों की नाक के नीचे भारत के संप्रभु कानूनों को दरकिनार करने के  लगातार विभिन्न तरीके अपना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अमेज़ॅन ने अब खुद को भारत से बड़ा मानना शुरू कर दिया है क्योंकि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को भी चुनौती दी है और मुकदमा दायर किया है।

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