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रायपुर, 28 अगस्त। छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल, उद्योग चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष अश्विन गर्ग, उद्योग चेम्बर के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष संजय चौबे ने जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि थाईलैंड इन्वेस्टमेंट बोर्ड एवं चेम्बर के संयुक्त तत्वाधान में छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, फेब्रिकेशन, जाली, काँटा तार तथा कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया।
श्री पारवानी ने बताया कि भारत किन उत्पादों को थाईलैंड को निर्यात कर सकता है। इसके तहत के इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, फेब्रिकेशन, जाली , काँटा तार तथा कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों उत्पादों के निर्यात के बेहतर अवसर हैं। इस दौरान थाईलैंड के व्यापार संगठन और आयातकों ने भी भारत से आयात होने वाले उत्पादों के संबंध में अपनी जरूरत और गुणवत्ता मानकों के बारे में जानकारी दी।
श्री पारवानी ने बताया कि कोविड महामारी के बाद से, भारत के कारोबारी, खाड़ी देश, दक्षिण एशिया और पश्चिमी देशों में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात के अवसर की बेहतर संभावना देख रहे हैं। मंत्रालय के आंकड़ों अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 30,000 करोड़ रुपये के 17 लाख एमटी से ज्यादा भारतीय मसालों का निर्यात हुआ था। महामारी के बावजूद यह डॉलर में 4 अरब डॉलर के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गया।


