कारोबार
नई दिल्ली/मुंबई, 4 जुलाई। भारत के प्रमुख प्राकृतिक संसाधन उत्पादक वेदांता समूह द्वारा पोषण, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य देखभाल, पशु कल्याण और बुनियादी स्तर के खेलों पर ध्यान देने के साथ ही राज्यों में गांवों को कोरोना महामारी से मुक्त करने के लिय 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। इस प्रकार का यह पहला सामाजिक प्रभाव कार्यक्रम अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तत्वावधान में चलाया जाएगा जो वेदांता की सामाजिक पहल के अंतर्गत संचालित होगा एवं आगामी पांच वर्षों में इन लक्ष्यों की दिशा में कार्य के लिए सर्वांगीण विकास प्रदान करेगी।
कंपनी समुदायों के साथ सर्वागीण विकास में दृढ़ता से विश्वास करती है और अनिल अग्रवाल ने पहले ही अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत सामाजिक भलाई और जनता के उत्थान के लिए देने का संकल्प लिया है। स्वस्थ गांव अभियान एक बड़ी परियोजना होगी जो राष्ट्र के लिए एक आवश्यक सेवा के रूप में सामाजिक विकास और बुनियादी ढांचे को प्रदान करने के समग्र उद्देश्य के हिस्से के रूप में, कोविड के न्यूनतम प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए समुदाय में प्रतिरक्षा को बढ़ाएगी।
इसके अलावा युवाओं कौशल विकास से जोड कर उन्हें रोजगार अवसरों को भी बढ़ाने के साथ स्थिरता और प्रगति लाएगा जो भारत के लिए आर्थिक विकास की कुंजी है। इस वृहद कार्यक्रम को लागू करने में केपीएमजी अनिल अग्रवाल फाउण्डेशन का नीति विषयक साझेदार होगा। ग्रामीण भारत के विकास के लिए 5000 करोड़ रुपये के समग्र पहल की घोषणा करते हुए, चेयमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, कि हमारा लक्ष्य समग्र प्रयासों से सस्टेनेबल और सर्वागीण विकास हेतु सुविधा प्रदान कर समुदाय का संरक्षण है जो कि समय की आवश्यकता है।
स्वस्थ गांव अभियान पहल 1000 गांवों को सम्मिलित करते हुए ग्रामीण परिदृश्य में संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा समाधान प्रदान करने की ओर पहला कदम है। यह कार्यक्रम वेदांता की प्रमुख नंद घर परियोजना का भी पूरक होगा, जिसका उद्देश्य 7 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं को लाभान्वित करना है। उन्होंने कहा कि, मुख्यतया: हम सामाजिक सुधार में सहयोग और इसे सुनिश्चित करने के लिए Óबेहतर निर्माणÓ पर बल दे रहे है, जो अपेक्षित स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं के सहयोग से संभव है।


