कारोबार
रायपुर, 23 जून। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्वदेशी खिलौना निर्माण एवं गेम कोडिंग को बढ़ावा देने वाला तीनदिवसीय गेम चैलेंज टॉयकेथान के ग्रैंड फिनाले का आईटीएम विश्वविद्यालय रायपुर मे भव्य उद्घाटन हुआ. छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और झारखण्ड राज्य की सहभागिता में नोडल सेंटर रायपुर के स्थानीय उद्घाटन समारोह में पीयूआरसी के चेयरमेन डॉ. शिव वरण शुक्ला बतौर मुख्यअतिथि मौजूद थे।
आईटीएम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विकास सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. एंट्रेप्रेंयूर्शिप डेवेलपमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया गाँधीनगर के प्रोफेसर डॉ ईश्वर कुमार विशेष अतिथि थे. भारतीय की सांस्कृतिक धरोहरों और पौराणिक कथाओं को खिलौनों के माध्यम से जीवंत करने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय सहित सात मंत्रालयों द्वारा 22 जून से 24 जून तक डिजिटल प्लेटफॉर्म में इस राष्ट्रीय स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा हैं। इस मौके पर डॉ. विकास सिंह ने प्रतिभागी टीमों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह प्रतिस्पर्धा नौनिहालों ,युवाओं, अध्यापकों , स्टार्ट अप और खिलौने से संबंधित विशेषज्ञऔर व्यवसायिओं का भव्य समागम हैं. इससे देश की शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के अच्छी तालमेल होने से बेहतरीन नतीज़े मिलेंगे।
पीयूआरसी के चेयरमेन डॉ. शिववरण शुक्ला ने कहा कि देश के चयनित 87 नोडल केंद्रों में छत्तीसगढ़ से आईटीएम विश्वविद्यालय रायपुर को राष्ट्रीय स्पर्धा में मेजबानी का अवसर मिलना पूरे प्रदेश के लिए बड़े ही गर्व का क्षण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत बालमन से ही स्वावलम्बन का भाव और रचनात्मकता विकसित करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हैं। एडीइआई के डॉ ईश्वर कुमार ने बताया कि अभी देश के खिलौना बाजार में 80 फीसदी आयात चाइना से होता हैं। ऐसी स्थिति में टॉयकेथान विद्यार्थियों में टेक्निकल स्कील्स के साथ उनकी आइडिओलॉजी को नया आयाम देगा जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूती मिलेगी।
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च के विभागाध्यक्ष डॉ सत्य प्रकाश माखीजा ने आगे तीन दिवसीय कार्यक्रम के विभिन्न चरणों की जानकारी दी और निर्णायक मंडल के सदस्यों का परिचय दिया. कार्यक्रम का संचालन प्रो. शांता दास एवं श्यामली नायडू और अंत में आभार प्रदर्शन प्रो. नीलिमा बागड़े ने किया।


