बिलासपुर
कांग्रेस में सामूहिक नेतृत्व पर दिया जोर, बोले – धर्म के नाम पर समाज को बांटना गलत
बिलासपुर, 11 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने मुख्यमंत्री पद को लेकर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, मैं कभी नहीं कहूंगा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है, ऐसा कौन कहेगा कि मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता। सिंहदेव ने बताया कि पहले भी उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में रहा और मीडिया ने ढाई साल तक इस मुद्दे को उठाया, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी का ही होगा।
उन्होंने कहा कि आने वाला विधानसभा चुनाव कांग्रेस के सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा, जिसमें सभी शीर्ष नेता एकजुट होकर काम करेंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भूपेश बघेल और उनके बीच तुलना की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि कांग्रेस इस बार टीम भावना के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
सीजेआई पर जूता फेंकने और हाईकोर्ट वकील विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंहदेव ने कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद का अनादर करना पूरे संवैधानिक ढांचे का अपमान है।
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को किसी जाति या समाज से जोड़ना उचित नहीं है।
सिंहदेव ने देश में बढ़ती धर्म और जाति आधारित राजनीति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “वोट की राजनीति के लिए समाज को विभाजित किया जा रहा है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सारे हिंदू भाजपाई कैसे हो सकते हैं? मैं भी हिंदू हूं, लेकिन जन्म से कांग्रेसी हूं और मरूंगा भी कांग्रेसी।”
उनका यह बयान पार्टी में सामूहिक नेतृत्व, वैचारिक एकता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का स्पष्ट संदेश देता है।
0-0


