बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 अक्टूबर। सीपत क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक रहवासी सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और धार्मिक उत्पीडऩ की शिकायत दर्ज कराई। सभी लोग अनुसूचित जाति समुदाय से हैं। उन्होंने बताया कि वे अपनी निजी जमीन पर प्रार्थना घर बनाकर शांतिपूर्वक प्रभु यीशु की आराधना करते हैं, लेकिन क्षेत्र के कुछ संगठनों द्वारा उन पर झूठे मतांतरण के आरोप लगाए जा रहे हैं।
आरोप लगाने वालों के कारण उन्हें न केवल पूजा-अर्चना से रोका जा रहा है, बल्कि बदनाम करने की कोशिश भी की जा रही है। समुदाय के लोगों का कहना है कि वे केवल प्रभु की आराधना करते हैं, किसी को धर्म बदलने के लिए प्रेरित नहीं करते, और यह उनका संवैधानिक मौलिक अधिकार है।
उन्होंने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी भी प्रार्थना सभाओं में बाधा डालते हैं और उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। इससे समुदाय के लोगों में आक्रोश और असुरक्षा की भावना है।
प्रार्थना सभा में शामिल लोगों ने कलेक्टर से मांग की कि उन्हें धर्म के अनुसार पूजा करने की स्वतंत्रता दी जाए और जो लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं या झूठे आरोप लगा रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ताकि सभी को शांति और स्वतंत्रता के साथ अपने धर्म का पालन करने का अधिकार मिल सके।


