बिलासपुर

'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 जुलाई। खाद, बीज और कीटनाशक दवाइयों की कालाबाजारी और गड़बड़ी रोकने के लिए कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर कृषि विभाग ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की। बिल्हा और मस्तूरी ब्लॉक की आधा दर्जन दुकानों में अचानक छापा मारकर जांच की गई, जिसमें कई खामियां सामने आईं।
उप संचालक कृषि पीडी हथेश्वर ने बताया कि इस कार्रवाई में मेसर्स किसान मितान कृषि केन्द्र (मोपका), अमृत कृषि केन्द्र (सीपत), अग्रवाल खाद भंडार, गुप्ता खाद भंडार, गणेश खाद भंडार और कैवर्त कृषि केन्द्र (सभी मल्हार) का निरीक्षण किया गया। किसान मितान कृषि केन्द्र, मोपका में स्टॉक रजिस्टर अपडेट नहीं, कीमत और उपलब्ध खाद की जानकारी नहीं लगाई गई थी। बीज अनुज्ञप्ति में बिना अनुमति वाले बीजों का भंडारण भी मिला। अमृत कृषि केन्द्र, सीपत में रेट लिस्ट और स्टॉक लिस्ट नहीं दिखी। बिल और स्कंध रजिस्टर तय प्रारूप में नहीं मिला। अग्रवाल खाद भंडार, मल्हार में बिना अनुमति वाली कंपनियों के उर्वरकों का स्टॉक रखा गया था। रेट-स्टॉक लिस्ट भी गायब थी। गुप्ता खाद भंडार, मल्हार में बिल बुक में अनियमितता मिलने पर चेतावनी दी गई। गणेश खाद भंडार, मल्हार में फार्म ओ की प्रविष्टि नहीं की गई थी। बिल और रजिस्टर तय फॉर्मेट में नहीं थे तथा कैवर्त कृषि केन्द्र, मल्हार में बिना प्रिंसिपल सर्टिफिकेट के कीटनाशक दवाएं बेची जा रही थीं। खरीदारों को बिल भी नहीं दिया गया।
इन सभी दुकानों को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है और एक सप्ताह के भीतर सुधार करने का मौका दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खाद-बीज की जमाखोरी और गड़बड़ी रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। इसी के तहत जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। निरीक्षण टीम में अनिल कुमार शुक्ला (सहायक संचालक कृषि), उमेश कश्यप, विजय धीरज, ए.के. आहिरे और अनामिका वर्मा (उर्वरक निरीक्षक) शामिल थे।