बेमेतरा
बेमेतरा की 102 समितियों के पास गेहूं, चना और दूसरे बीजों का स्टॉक ही नहीं, डीएपी खाद की भी किल्लत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अक्टूबर। रबी फसल सीजन के लिए किसानों को ऋण वितरण बीते एक अक्टूबर से किया जा रहा है। जिले की समितियों के पास खाद व बीज का भंडारण नहीं होने की वजह से किसान केवल नकद रकम लेकर वापस जा रहे हैं। जिले के सहकारी समितियों में इस बार 94 करोड़ रुपए का खाद व बीज कर्ज के तौर पर बांटना है, जिसकी अभी तक बोहनी ही नहीं हुई है। 24 सहकारी बैंक शाखा के तहत आने वाली 102 समितियों के पास गेहूं, चना व अन्य बीजों का स्टॉक निरंक है। वहीं डीएपी खाद की किल्लत है।
खरीफ सत्र बीत जाने के बाद एक अक्टूबर से रबी फसल सीजन के लिए किसानों को समितियों के माध्यम से अल्पकालीन लोन वितरण प्रांरभ कर दिया गया है। सीजन के दौरान सभी 24 सहकारी बैंक शाखा की 102 समितियों में 235 करोड़ रुपए कर्ज देने का लक्ष्य तय किया गया है । 235 करोड़ के कर्ज में किसानों को 141 करोड़ नकद व 94 करोड़ का खाद व बीज वस्तु के तौर पर वितरण करना है। बीते 13 दिन के दौरान नकद राशि किसानों को दी जा रही है को पर बीज व खाद नसीब नहीं हो रहा है। बताया गया कि जिला विपणन द्वारा अब तक समितियों को रबी के लिए आबंटन नहीं किया गया है। सप्लाई प्रारंभ नहीं होने की वजह से समितियों के पास पूर्व सीजन यानी खरीफ सीजन का बचत स्टॉक ही है। वहीं गेहूं, चना बीज का एक दाना भी समितियों में नहीं है।
गेहूं, चना बीज का एक दाना भी समितियों में नहीं
7180 क्विं. भंडारण बीज निगम- पथर्रा
चना 4021 क्विंटल
गेहूं 2696 क्विंटल
मटर 37 क्विंटल
तिवड़ा 280 क्विंटल
सरसों 82 क्विंटल
रबी सीजन की दर तय नहीं हुई है, यह भी एक रोड़ा है
समिति के द्वारा किसानों को उपलब्घ कराए जाने वाले बीज का रबी सीजन के लिए नई दर सोमवार तक जारी नहीं हुई है। नई दर तय होने के बाद ही उपलब्ध बीज किसानों को बांटना प्रारंभ होगा। गत सीजन में 2 अक्टूबर 2024 को दर का निर्धारण हो चुका था।
बीज वितरण प्रारंभ नहीं किया गया
जिले की 102 समितियों को रबी सीजन के दौरान चना, गेहूं, तिवड़ा का वितरण समितियों के माध्यम से होता है। जारी सीजन में 10165 क्विंटल बीज वितरण किया जाना है। जिले की समितियों को बीज निगम द्वारा इस सीजन में बीज वितरण प्रारंभ नहीं किया गया है। आने वाले एक-दो दिन में सप्लाई प्रारंभ होने के बाद किसान तक पहुंचने में 15 दिन का और समय लगने की अनुमान है। जिले के बीज निगम द्वारा संचालित बेमेतरा पथर्रा प्रक्रिया केन्द्र में 7180 क्विंटल बीज है, जिसमें गेहूं 2696, चना 4021, मटर 37, तिवड़ा 280 व सरसों 82 क्विंटल उपलब्ध है। वहीं मोहगांव में कुल 5000 क्विंटल कई किस्त के बीज उपलब्ध हैं।
डीएपी की किल्लत , केवल 12 फीसदी ही है स्टॉक
जानकार किरण वर्मा बताते हैं कि दो फसल लेेकर खेती करने वाले किसान फिलहाल जल्दी पकने वाले धान की फसल काटने के बाद आगामी फसल लेने की तैयारी में जुट गए हैं। कास्तकारी के प्रांरभ में डीएपी डालने की जरूरत होती है। समितियों मेें डीएपी खाद लेने के लिए पहुंचने वाले किसानों को 8 से 10 दिन बाद आने की मोहलत देकर लौटाया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार जिले में रबी सीजन के दौरान पूर्व सत्र में हुई खपत के अनुमान से 8610 टन डीएपी खाद का वितरण करने का टारगेट तय किया गया है। तय टारगेट के विपरीत समितियों में पूर्व सीजन का बचत 946 टन डीएपी है। समितियों के पास कम स्टॉक होने की वजह से किसानों को वितरण किया जाना मुनासिब नहीं है।
बीते सीजन में 85 हजार से अधिक किसानों को जारी हुआ था
गत सीजन के दौरान जिले की सभी 24 समितियों के माध्यम से 83054 किसानों को रबी सीजन के दौरान 43 करोड़ 22 लाख रुपए की कीमत के बीज व खाद की सप्लाई कर्ज के तौर पर की गई थी। गत सीजन के दौरान 215 करोड़ 88 लाख रुपए का लोन किसानों को जारी हुआ था।
आपूर्ति अभी तक नहीं - वारे
जिला नोडल अधिकारी आरके वारे ने कहा कि रबी सीजन के लिए इस बार खाद व बीज की आपूर्ति अब तक प्राप्त नहीं हुई है इसलिए वितरण प्रारंभ नहीं हुआ है। वहीं जिन समितियों में पुरान स्टॉक है, वहां वितरण किया गया है।


