बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 अक्टूबर। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, एनसीईआरटी और राज्य के एससीईआरटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित परख सर्वेक्षण 2024 के अनुसार जिले की स्थिति ठीक नहीं है। जिले के विद्यार्थी हिन्दी में ठीक लेकिन गणित व सामाजिक विज्ञान में कमजोर हैं। जारी रिपोर्ट के अनुसार फाउंडेशन यानी कक्षा 3 के 684, प्रीऑरटी वर्ग यानी कक्षा 6वी के 700, मिडिल वर्ग यानी कक्षा 9वी के विद्यार्थी समेत 2364 सर्वेक्षण में शामिल हुए थे। कक्षा तीसरी के छात्र-छात्राओं की हिन्दी रिपोर्ट कार्ड 60 फीसदी रहा। जबकि राज्य का औसत 59 व नेशनल का औसत 64 प्रतिशत है। हिन्दी में शहरी बच्चों की स्थिति ठीक है पर छात्राएं छात्रों की अपेक्षा हिन्दी में ठीक जानकारी रखती हैं। हिन्दी में निजी स्कूलों की अपेक्षा शासकीय स्कूल में पढऩे वाले बेहतर पकड़ रखते हैं। गणित में जिले का औसत 58 फीसद रहा। वहीं राज्य का 57 और नेशनल का 59 फीसद है। गणित में सरकारी स्कूल के विद्यार्थी आगे रहे। शहरी क्षेत्र के स्कूलों की स्थिति ठीक है। गणित में भी छात्राएं ही आगे हैं।
एनसीईआरटी ने स्कूलों को चुना था
जिले के चयनित 92 स्कूलों का चयन एनसीईआरटी के द्वारा किया गया था, जिसमें 83 की परख रिपोर्ट सामने आई है। पूर्व में बेमेतरा विकासखंड के 18, साजा विकासखंड के 23, बेरला विकासखंड के 26 और नवागढ़ विकासखंड के 25 स्कूलों को शामिल किया गया था।
9वीं के विद्यार्थी हिन्दी व सोशल साइंस दोनों में कमजोर
मिडिल स्टेज यानी कक्षा 9वी के स्टूडेंट्स का सर्वे रिर्पोट कार्ड हिन्दी में 51 एवं सामाजिक विज्ञान में 34 फीसद रहा। दोनों विषय में जिले का औसत राज्य व केन्द्र के औसत से कम रहा है।
पूर्व सत्र की अपेक्षा 2024 में सर्वे के परिणाम में सुधार आया है पर सुधार को उल्लेखनीय नहीं माना जा सकता। परख सर्वे में कक्षा तीसरी, छठवी और नवमी के बच्चों को शामिल किया गया था। सर्वेक्षण में राज्य शासन व केंद्र शासन द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय 1 (जवाहर नवोदय विद्यालय) और निजी विद्यालयों को भी शामिल किया गया था। सर्वेक्षण में हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के विद्यार्थी शामिल हुए थे।
छठवीं के हिंदी व गणित दोनों में कमजोर
सर्वेक्षण में शामिल होने वाले बच्चों को अपने पूर्व क्लास के प्रश्नों के उत्र देने थे, जिसमें भी विद्यार्थी अपेक्षाकृत कमजोर निकले। जानकार बातते हैं कि कक्षा 3 के स्टूडेंट्स से कक्षा एक और दो, कक्षा 6वी के स्टूडेंट्स से कक्षा 4 व 5 के प्रश्न हल करने दिए गए थे। वहीं कक्षा 9वी के स्टूडेंट्स को आठवी के सवाल हल करने थे।
एनसीईआरटी में 15 बिन्दुओं में सुझाव पर आज तक रिजल्ट ही पता नहीं
सर्वेक्षण में शामिल होने वाले विद्यार्थी व स्कूलों को अपना परिणाम ही पता नहीं है। सर्वे का रिर्पोट कार्ड ओवरऑल जिले के आधार पर तैयार किया जाता है। कमजोर होने पर एनसीआरटी सुझाव देती है, जिस पर अमल कर सुधार लाने के निर्देश हैं। आने वाले दिसंबर माह में एक बार फिर परख सर्वे होना है। नवीन सर्वेक्षण होने के पूर्व सुधार के लिए एनसीआरटी द्वारा बिन्दुवार दिए गए निर्देश अभी तक स्कूलों में नहीं पहुंच पाया है।
सर्वेक्षण 92 स्कूलों का पर रिपोर्ट 83 के आधार पर बना
बीते साल सत्र में हुए सर्वेक्षण में जिले के 92 स्कूलों को शामिल किया गया था। पोर्टल में जारी रिपोर्ट कार्ड में 83 स्कूलों को शामिल किया गया है। 9 स्कूलों का औसत पर रिपोर्ट कार्ड शामिल नहीं किए जाने को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है।


