बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 सितंबर। नगर पालिका बेमेतरा की माली हालत बहुत कमजोर है। जिसके कारण कर्मचारियों को समय पर वेतन जारी नहीं हो रहा है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा जुलाई के पश्चात नियमित, प्लेसमेंट कर्मचारी व अन्य कर्मियों को अब तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। नवरात्रि के बाद अब दशहरा और फिर दिवाली का त्योहार आने वाला है। ऐसे में कर्मचारी परेशान हैं। उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में सीएमओ नगर पालिका नरेश वर्मा ने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में राजस्व वसूली को तेज किया जाएगा। किराया नहीं देने वाले दुकानदारों के दुकान में ताला लगाया जाएगा। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि नगर पालिका के सभी कर्मचारियों को त्योहार से पहले वेतन जारी करने का प्रयास किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका बेमेतरा में 45 नियमित कर्मचारी, 71 प्लेसमेंट कर्मचारी, 15 वर्षाकालीन कर्मचारी, 11 ग्रीष्मकालीन कर्मचारी, 5 कर्मचारी आमोरा प्लांट में काम करने वाले समेत 146 कर्मचारी कार्यरत हैं। 146 कर्मचारियों को वेतन पर पालिका प्रशासन प्रतिमाह 36 लाख 5 हजार रुपए खर्च करता है। पालिका का स्वयं का राजस्व जुटाने की क्षमता कम होने की वजह से कर्मचारियों को वेतन देने के लिए शासन से चुंगी कर एवं मुद्राक शुल्क की राशि जारी करने के लिए डिमांड प्रस्तुत किया गया है, लेकिन शासन से राशि जारी नहीं होने की वजह से वेतन लंबित है।
पालिका का राजस्व वसूली बेहद कमजोर
जानकारी के अनुसार निकाय द्वारा 11 तरह के मद से राजस्व जुटाया जाता है। जिसमें संपत्ति कर, समेकित कर, जलकर, दुकान किराया,भवन अनुज्ञा, दुकान बिक्री, कॉलोनी अनुज्ञा, विज्ञापन से आय, पार्किंग , यूजर चार्जस, व अन्य स्त्रोत्र शामिल हंै। नगर पालिका ने चालू सत्र के दौरान 11 सोर्स से 274 लाख 15 हजार का राजस्व वसूला है।
वहीं पुराना बकाया राजस्व 160 लाख 61 हजार में से 44 लाख 7 हजार का राजस्व वसूल पाया है। नए पुराने सभी तरह के राजस्व मिलाकर नगर पालिका बेमेतरा को 434 लाख 76 हजार का राजस्व लेना है, जिसके विपरीत पालिका के पास 113 लाख 95 हजार का राजस्व आया है। वसूली का प्रतिशत 26.11 का है जबकि पालिका बकाया राशि 73.79 प्रतित है।
कर्मचारियों ने चर्चा के दौरान बताया कि सामने दीपावली का त्यौहार है, जिसके कारण करदाता कर भुगतान नहीं कर रहे हैं। वसूली के लिए टीम पहुंचती है, तब दीपावली के बाद आने की बात कह कर लौटा दिया जाता है। बहरहाल 2 अक्टूबर को होने वाले दशहरा त्यौहार के पूर्व तक वेतन नही मिलने से तंगहाली में कर्मचारियों को त्योहार मनाना पड़ सकता है ।
कर्मचारियों के सामने गंभीर आर्थिक संकट
निकाय के कर्मचारी शहर में ही निवास करते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उनका परिवार वेतन पर ही आश्रित रहता है। वर्तमान में मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण प्रत्येक घरों में किसी न किसी सदस्य का स्वास्थ्य खराब भी रहता है। समय पर स्कूली बच्चों की फीस जमा नहीं हो पा रही है। पालिका के अधिकांश कर्मचारियों का बैंकों से लोन है। वेतन समय पर न मिलने के कारण समय पर बैंक की किस्त जमा नहीं कर पा रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि अब हालत यह हो गई है कि बाजार के व्यापारी उधारी में सामान देने से बच रहे हैं।
73 नियमित में से सिर्फ 44 कार्यरत
नगर पालिका के सेटअप के अनुसार बेमेतरा नगर पालिका के लिए मुख्य नगर पालिक अधिकारी, सहायक अभियंता, होम्योपैथिक चिकित्सक, स्वच्छता निरीक्षक, लेखपाल,सहायक ग्रेड-2 ,राजस्व उपनिरीक्षक, समयपाल, पंप चालक, सफाई जमादार, कम्यूटर आपरेटर के एक-एक पद एवं उपअभियंता के 3 पद, सहायकग्रेड-3 के 3 पद, सहायक राजस्व निरीक्षक के 6 पद, पंप अटैण्डेंट के 4 पद, पंप कुली के 7 पद, सफाई कर्मचारी के 23 पद, वाहन वालक के 4 पद स्वीकृत है। जिसमें से 44 कार्यरत है। माली हालत कमजोर होने की वजह से पालिका वेतन के लिए चुंगी कर व मुद्राक शुल्क की राषी आने की इंतजार कर रही है।


