बेमेतरा

स्कूल भवन के छत का गिरा प्लास्टर, अब मंदिर प्रांगण में पढ़ाई
11-Jul-2025 6:56 PM
स्कूल भवन के छत का गिरा प्लास्टर, अब मंदिर प्रांगण में पढ़ाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 11 जुलाई। ग्राम झिरिया के जर्जर भवन के संधारण को लेकर ब्लॉक एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पत्र लिख कर स्कूल से शिक्षक सूचना देते रहे पर विभाग ने ध्यान नहीं दिया। नतीजन गत तीन दिन पहले रात में छत का प्लास्टर भर-भराकर गिर गया। कोई अप्रिय घटना तो नहीं हुई पर पढ़ाई के लिए छात्रों को मंदिर में शरण लेना पड़ा।

इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे ने कहा कि झिरिया में छत का प्लास्टर गिरने की सूचना पर रिपोर्ट मंगाई गई है। पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

नवागढ़ विधानसभा के ग्राम पंचायत झिरिया में संचालित मिडिल स्कूल के छत का प्लास्टर तीन दिन पहले रात में गिर गया। सुबह जब सफाई कर्मी आए तो स्थिति देखकर प्रधान पाठक को अवगत कराया। इसके बाद से स्कूल मंदिर परिसर में संचालित हो रहा है। करीब 135 विद्यार्थी तीन कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। मंदिर शिवनाथ नदी के निकट है। कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है।

प्रधान पाठक सूचना देते रहे, कार्रवाई शून्य

प्रधान पाठक देवनाथ साहू ने बताया कि स्कूल भवन डेढ़ दशक पुराना है। भवन बारिश में टपक रहा था। पूर्व में विभाग को कई बार सूचना दी गई। प्लास्टर गिरने के बाद बच्चों को स्कूल भवन बंद कर करीब के एक मंदिर के प्रांगण में तीन दिन से कक्षा लगाकर पढ़ाई कराई जा रही है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जिस भवन का प्लास्टर गिरा, उसमें ताला लगा दिया गया है। वहीं नदी में बाढ़ के कारण उसलापुर के बच्चे पढऩे नहीं आए हैं।

आदेश की बरसी हो गई पर जवाब नहीं आया जिले में स्कूल जतन योजना में फर्जीवाड़ा की शिकायत सबसे पहले हुई। जनवरी 2024 में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने जांच का आदेश दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जुलाई 2024 में जांच का आदेश दिया। 8 जुलाई 2024 को स्कूल शिक्षा सचिव ने राज्य के सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब की। बजट सत्र में विधायक धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में मुद्दा उठाया तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब दिया कि जांच जारी है। सीएम के आदेश और स्कूल शिक्षा सचिव के पत्र की बरसी हो गई, पर जांच नहीं हो सकी। बेमेतरा डीईओ ने स्वीकार किया कि जांच रिपोर्ट नहीं आई है।

न जांच न हिसाब

ग्राम झिरिया में स्कूल भवन का प्लास्टर गिरने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला पंचायत सदस्य हरीश साहू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले को 90 करोड़ रुपए से अधिक की राशि स्कूल भवन मरमत व अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए दिए थे। उसकी उपयोगिता आज सार्वजनिक हो गई है। नवागढ़ विधानसभा में यह तीसरा स्कूल है, जो जुगाड़ से चल रहा है। साहू ने कहा कि जो राशि दी गई न उसका हिसाब है न जांच का पता है। झिरिया तो झांकी है। असली तस्वीर बाकी है।

प्रवेशोत्सव के लिए जारी चेक लिस्ट का क्या हुआ?

जानकारी हो कि शिक्षा विभाग द्वारा सत्र के प्रारंभ में ही सभी स्कूलों के लिए 30 मई को जारी आदेश में 15 बिन्दुओं की एक चेक लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें मरमत व रखरखाव को लेकर बिन्दु तय किए गए थे।

बिन्दु में जानकारी देने के बाद भी संधारण की दिशा में कार्यवाही नहीं हुई। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्कूल संधारण से संबंधित जानकारी की कमी होने की बात सामने आई है। बरसात के प्रांरभ में ही स्कूल का संचालन मंदिर के परिसर में किए जाने की नौबत आने से कई सवाल किए जाने लगे हैं। जिला मुयालय के कई स्कूल भवन को संधारण की दरकार होने की बात पालकों ने कही।


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