बेमेतरा

49 हजार स्टूडेंट्स की बनेगी अपार आईडी, यू-डाइस से मैच नहीं हो रहा
14-Oct-2024 3:27 PM
49 हजार स्टूडेंट्स की बनेगी अपार आईडी, यू-डाइस से मैच नहीं हो रहा

स्टूडेंट्स के आधार कार्ड में नाम और जन्मतिथि अलग-अलग 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अक्टूबर।
भारत सरकार ने 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जिले के 168 शासकीय व 41 निजी स्कूलों में कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक पढऩे वाले 49 हजार से अधिक स्टूडे्ंटस की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) कराने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। अपार कार्ड आईडी जनरेट कराने में यू डाइस व स्कूल रिकॉर्ड मैच नहीं होने से स्टूडेंट्स व पालकों को आधार सेवा केन्द्र की ओर भटकना पड़ रहा है। जिले में 20 दिवस के दौरान 17 सौ बच्चों का ही अपार आईडी जनरेट हो पाया है। बताया गया कि आईडी जनरेट कराने में 10 मिनट का समय लगता है। रिकॉर्ड समान नहीं होने की स्थिति में आधार को अपडेट करना भारी पड़ता है।

जानकारी हो कि जिले में अपार आईडी जनरेट कराने के लिए जारी पखवाड़ा में स्कूलों में प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। जिले के 168 सरकारी स्कूलों में शामिल बेमेतरा ब्लॉक के 44 सरकारी स्कूलों के 12202, बेरला के 40 सरकारी स्कूल के 9674, नवागढ़ के 38 सरकारी स्कूल के 10650, साजा के 46 सरकारी स्कूल के 11441 मिलाकर 43967 स्टूडेंट्स व 41 निजी स्कूलों के कुल 5600 छात्र-छात्राओं समेत 209 स्कूलों के 49567 का अपार पंजीयन कराना है।

यू डाइस रिकॉर्ड और आधार कार्ड मैच किया तो लगते हैं 10 मिनट 
सूत्रों के अनुसार कक्षा 9वीं से लेकर कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स का स्कूल में दर्ज रिकॉर्ड, जो यू डाइस में दर्ज हो, यदि वहीं आधार कार्ड में उल्लेखित हो तो अपार जनरेट कराने में 10 मिनट का समय लगता है। ऐसे छात्र, जिनके रिकॉर्ड में नाम व जन्म तारीख आधार से अलग हो तो उनके लिए समस्या है।

7 दिन से 90 दिन का समय लग सकता है  
आधार केन्द्र से जुड़े सूत्रों के अनुसार स्टूडेंट्स का आधार कार्ड में नाम गलत हो तो उसे अपडेट जन्म प्रमाण-पत्र के आधार पर किया जा सकता है, जिसके लिए 50 रुपए के शुल्क के साथ प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। आधार कार्ड अपडेेट का कार्य हैदराबाद में किया जाता है, जहां से सत्यापन होने में कम से कम 7 और अधिक से अधिक 90 दिन का समय लग सकता है। हालांकि आम तौर पर एक माह में आने की संभावना अधिक रहती है। प्रार्थी का नाम सुधार होने के बाद जन्म तिथि में अंतर हो तो उसे भी इसी तरह दुरूस्त कराना पड़ता है। इसमें भी 7 से 90 दिन का समय लग सकता है। एक छात्र के नाम व जन्म दोनों में अंतर हो तो पहले नाम फिर जन्म तारीख का अंतर अपडेट होगा, जिसमे कम से कम दो माह का समय लग सकता है।

जानें.. क्या हैं इसके लाभ  
भारत सरकार ने 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हिस्से के रूप में ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) नामक एक नई पहचान प्रणाली शुरू की है, जिसे ’वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी के रूप में भी जाना जाता है। इस कार्यक्रम के तहत, हर छात्र को एक यूनिक आईडी नंबर मिलेगा। यह आईडी नंबर आपके सभी शैक्षणिक रिकॉर्ड, जैसे डिग्रियां, छात्रवृत्तियां, पुरस्कार और अन्य उपलब्धियां डिजिटल रूप से डीजी लाकर में संग्रहित रहेगी, जिसे कभी भी देखा जा सकता है। स्कूल या कॉलेज में पढऩे वालों को पंजीयन के लिए एबीसी डॉट जीओवी डॉट इन पर वन नेशन वन आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद आधिकारिक वेबसाइट पर आईडी मिलेगी।

स्कूलों में सुविधा नहीं, केन्द्र जाने की मजबूरी 
आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए स्कूलों में कैंप नहीं लगाए जाने की वजह से प्रभावित स्टूडेंट्स को आधार केन्द्र जाकर अपडेट कराना पड़ रहा है। जिले में 209 स्कूल के स्टूडेंट्स प्रभावित हैं। वहीं जिले में केवल 50 आधार केन्द्र हैं।

24 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के यू डाइस रिकॉर्ड में अंतर 
जिले के 49567 स्टूडेंट्स में से 24129 का आधार वैलिड नहीं है। इसी तरह 9087 का वैलिडेशन फेल हो चुका है। वहीं 1080 ने आधार कार्ड नहीं बनवाया है। जिले में केवल 15272 स्टूडेंट्स ही अपार जनरेट कराने के लिए पात्र है, जो पात्र नहीं हैं, उन्हें पात्र बनने के लिए आधार में सुधार कराने के लिए मेहनत करनी पड़ रही है।

डीएमसी नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि जिले के 209 स्कूलों के 49 हजार से अधिक स्टूडेंट्स का अपार जनरेट कराना है। जिले में अवकाश के पूर्व 1700 अपार जनरेट किया गया था। ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर महेन्द्र वर्मा ने कहा कि आधार कार्ड में पहले नाम फिर उसके अपडेट होने के बाद जन्म तारीख का अपडेट होता हैं। दोनों की प्रक्रिया अलग-अलग हैं। अपडेट के लिए दर व अवधि निर्धारित हैं।


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