बेमेतरा

जल जीवन मिशन: 3 साल बाद भी नहीं हो पाया 59 फीसदी काम
09-Oct-2022 4:02 PM
जल जीवन मिशन: 3 साल बाद भी नहीं हो पाया 59 फीसदी काम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 9 अक्टूबर।
हर घर जल के घरों में नल लगाकर पानी पहुँचने के लिए तैयार किये गए जल जीवन मिशन योजना का कार्य जिला में सुस्त रफ्तार से चल रहा है।जिले में तीन साल से अधिक समय से जारी जल जीवन मिशन योजना का लाभ अभी भी लक्ष्य के विपरीत आधे हितग्राहियों तक नहीं  पहुँच पाया है। जिले में 54 हजार से अधिक हितग्राहियों के घरों में नल लगाया जाना है। अभी जिस तरह की स्थिति है, उसे देखते हुए समय पर जल जीवन मिशन का काम पूर्ण होने की संभावना कम नजर आ रही हैं।

जानकारी हो कि जिले में बीते 15 अगस्त 2019 के दौरान 175992 घरों में जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक नल लगाने का लक्ष्य तय कर योजना प्रारंभ किया गया था , जिसके बाद 1 अप्रैल 2021 तक 32278 घरों में नल लगाया गया। 2021-22 के लिए एक वर्षीय लक्ष्य तय किया गया, जिसके अनुसार 85977 नल लोगों के घरों में लगाया जाना था , जिसमें से 19281 कनेक्शन ही लग पाया।

सत्र 2022-23 के लिए नया लक्ष्य का निर्धारण किया गया जिसके अनुसार इस सत्र में 69666 घरों को नल मुहैय्या कराया जाना था, जिसमे अब तक 19998 लोगों के घर तक ही कनेक्शन पहुँच पाया है। जारी सत्र में लक्ष्य के विपरीत केवल 29 फीसदी ही कार्य किए गए हैं।

तीन सत्र की उपलब्धि देखा जाय तो अब तक 71557 घरों में नल लगाया गया है। अभी भी 1 लाख से अधिक घरों में नल लगाया जाना है। योजना में अभी तक केवल 40 फीसदी तक कार्य किया गया है। जानकर मानते हैं कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले में 69 फीसदी से अधिक कार्य अब तक पूर्ण किया जाना था।

ग्राम नारायणपुर में लिकेज टंकी देखने तक नही आए
ग्राम नारायणपुर में साल भर पूर्व से पानी टंकी में लिकेज है, जिसे देखने के लिए अभी तक जिम्मेदार गांव तक नहीं  पहुँचे है। बहरहाल केन्द्रीय योजना के तहत लोगों के घरों तक पेयजल पहुचाने के लिए अरबों की लागत से तैयार की गई जल जीवन मिशन की कार्यप्रगति व जरूरत के अनुरूप नहीं बनने से योजना की सफलता पर अभी से सवाल खड़े किए जाने लगे हैं। इसे लेकर सांसद विजय बघेल ने बैठक के दौरान चिंता जाहिर कर चुके हैं।

गांव में आने-जाने के लिए हो रही भारी दिक्कत
योजनांतर्गत किये गए कार्य की शिकायत को लेकर धर्मेन्द्र साहू ने बताया कि हमारे गांव में पानी टंकी से घर तक पाइप लाइन विस्तार के लिए गांव में बना हुआ सीसी रोड को बीच से ही खुदाई किया गया है, जिसके कारण गांव की गलियों  में पैदल चलना भी दूभर हो रहा है। दोपहिया और चार पहिया वाहन नहीं चल पा रहा है। ठेकेदार की मनमानी के कारण हम सब के लिए समस्या का कारण बना हुआ है। ज्ञात हो कि इसी रास्ते से बच्चें स्कूल से घर आना-जाना करते है।

जल जीवन मिशन एक नजर में
रेट्रोफिट योजना — 209 गांव के 44515 घरों के लिए कुल लागत 1448 करोड़
सिंगल विलेज योजना — 479 गांव के लिए 1006829 घरों के लिए कुल लागत 458 करोड़
कुल योजना 688 गांव में 151344 घरों में नल कलेक्शन के साथ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तैयार किया गया है।
योजना की लागत —  607 करोड़
पूर्ण कार्य की प्रतिशत — 40 फीसदी के करीब..


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