बस्तर
पर सिंधी समाज का विरोध तेज
गिरफ्तारी की मांग के साथ रैली, 6 को बंद की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 3 नवंबर। छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल द्वारा भगवान झूलेलाल और अग्रसेन महाराज पर की गई कथित अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में आज जगदलपुर में सिंधी समाज सडक़ों पर उतर आया।
समाज ने अमित बघेल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए आक्रोश रैली निकाली और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
रैली की शुरुआत सुबह 9 बजे स्टेट बैंक चौक से हुई, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुँची। इस दौरान समाज के पदाधिकारी, महिला शाखा, युवा विंग, व्यापारी संगठन और अन्य सामाजिक संस्थाएँ बड़ी संख्या में शामिल हुईं।
रैली में अमित बघेल को गिरफ्तार करो, धार्मिक आस्था का अपमान बंद करो जैसे नारों से शहर गूंज उठा।
सिंधी पंचायत अध्यक्ष मनीष मूलचंदानी ने कहा कि अमित बघेल के बयान ने पूरे समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है, और इस तरह की टिप्पणी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समाज ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 5 नवंबर तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, तो 6 नवंबर को जगदलपुर बंद किया जाएगा।
समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि आज की रैली शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य सिर्फ प्रशासन तक अपनी भावनाएँ पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि यह विरोध राजनीतिक नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता की रक्षा के लिए है।
इससे पहले शनिवार को समाज के पदाधिकारी गुरुद्वारा परिसर से पैदल चलकर थाना कोतवाली पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने थाना प्रभारी भोला सिंह को आवेदन सौंपा था। आवेदन में बघेल के सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर दिए गए बयानों को सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाला और दंडनीय अपराध बताया गया था।
आज की रैली में सुंदर भोजवानी, सुनील दंडवानी, हरेश नागवानी, विशाल दूल्हानी, बृजलाल नागवानी, गुलशन माधवानी, अनिल हासानी, बसंत मेघानी, मनोज मूलचंदानी, गोपाल तीर्थानी, सन्नी बजाज, विनोद मूलचंदानी, निखिल कलवानी, यश मेठानी, मयंक नत्थानी सहित बड़ी संख्या में सिंधी समाज के सदस्य मौजूद रहे।
सिंधी समाज ने प्रशासन से मांग की है कि अमित बघेल को तुरंत गिरफ्तार कर कानूनन सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक प्रतीकों और पूजनीय व्यक्तित्वों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का दुस्साहस न कर सके।
फिलहाल प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी है और सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।


