बस्तर

जगदलपुर, 11 नवंबर। कलेक्टर रजत बंसल ने कोविड टीकाकरण में तेजी लाते हुए शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिए। आज कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए घर-घर जाकर टीकाकरण से छूटे हुए लोगों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बकावंड, बास्तानार और जगदलपुर विकासखण्ड में टीकाकरण की प्रगति से असंतोष व्यक्त करते हुए तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने टीकाकरण कार्य में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही राजस्व, पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को पूरी क्षमता के साथ कार्य करने की आवश्यकता बताई। टीकाकरण के कार्य में गति लाने के लिए स्वयंसेवियों की सहायता लेने के निर्देश दिए। कोरोना की रोकथाम के लिए धनपुंजी, भानपुरी सहित जिले के सभी प्रवेश मार्ग में आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए गए। एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन एवं बस स्टैण्ड में यात्रियों की कोरोना जांच के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में शत-प्रतिशत मरीजों का उपचार आयुष्मान योजना के तहत करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंन सुपोषण योजना की समीक्षा करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्थानीय स्वसहायता की महिलाओं द्वारा उत्पादित अण्डों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बस्तर जिले की जलप्रपातों में बारहमासी पानी की उपलब्धता के लिए नरवा योजना के तहत झोड़ी जतन योजना के तहत स्वीकृत कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने गौठानों में विभिन्न प्रकार के आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन करते हुए गौठानों को पूरी तरह स्वावलंबी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने गोबर खरीदी के भुगतान की समीक्षा के साथ ही निर्मित खाद के उठाव में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को पैरादान के लिए प्रोत्साहित करने की भी आवश्यकता बताई। इसके साथ ही मनरेगा के तहत स्वीकृत टांका निर्माण, शेड निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों को नियमित रुप से गौठानों में पहुंचकर पशुओं के स्वास्थ्य जांच के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने सेना भर्ती रैली के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा दिए जा रहे शारीरिक प्रशिक्षण की व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। युवोदय के माध्यम से प्रति शनिवार को समुदाय को जोडऩे के लिए आयोजित खेलकूद कार्यक्रमों में पहुंचने वाले ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए गए।