बस्तर

बाफना ने गडकरी को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 28 सितम्बर। जगदलपुर से सुकमा-कोंटा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रं. 30 की बदहाल स्थिति को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मामलें पर ध्यानाकर्षण कराने का प्रयास किया।
पूर्व विधायक बाफना ने अपने पत्र में बताया है कि जगदलपुर से सुकमा की दूरी लगभग 110 किलोमीटर के आसपास है। और यह राष्ट्रीय राजमार्ग आदिवासी बाहुल्य अंचल बस्तर (जगदलपुर) को केवल सुकमा जिला से ही जोडऩे का काम नहीं करता है बल्कि तेलंगाना प्रदेश के बड़े शहरों को भी जोडऩे का कार्य करता है। लेकिन मौजूदा समय में यह राष्ट्रीय राजमार्ग के सहारे सुकमा जिला तक की यात्रा मतलब खतरा ही खतरा। सिर्फ 110 किलोमीटर मार्ग में लगभग 50 से 60 किलोमीटर बड़े-बड़े गड्ढों और उखड़ी हुई सडक़ में पूरी तरह से तब्दील हो चुकी है। यात्री सही-सलामत अपनी मंजिल तक पहुंच जाएं तो बड़ी बात है। और इसकी बदहाली किसी से छिपी नहीं हैं।
इसके अलावा बाफना ने कहा है कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के अंतर्गत भी आता है और इस क्षेत्र से प्रभावित सडक़ के दोनों किनारों पर पर्याप्त जगह होने के उपरांत भी आज पर्यन्त यह सडक़ सिंगल लेन ही है। जिस वजह से दो बड़े वाहनों का एक साथ निकलना संभव ही नहीं हो पाता। और हमेशा बड़े वाहनों के फंसने से जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। कुछ समय पूर्व इस सिंगल लेन सडक़ की मरम्मत एवं पिचिंग के कार्य भी किये गए। लेकिन इस कार्य में सिर्फ और सिर्फ संबंधित ठेकेदार के द्वारा खानापूर्ति ही की गई। सडक़ पिचिंग का हाल यह है कि सौ दिन चले ढाई कोस की तर्ज पर काम रहा है। सडक़ की मरम्मत का कार्य किया गया किन्तु पहली ही बरसात में यह सडक़ अपने पूराने रूप में आ चुकी है। सडक़ की मरम्मत व पिचिंग कार्य में मानक का घोर उल्लंघन किया गया है।
भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक संतोष बाफना ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से जनहित में जगदलपुर से सुकमा-कोंटा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रं. 30 का उच्च गुणवत्ता से सडक़ मरम्मत का कार्य जल्द से जल्द करा कराये जाने का आग्रह किया है।