बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 11 जून। बलरामपुर जिले के थाना क्षेत्र राजपुर के ग्राम बैढ़ी में एक बार फिर प्रार्थना सभा के नाम पर मतांतरण कराने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पास्टरों द्वारा मतांतरण करने वाले ग्रामीणों को मुफ्त स्वास्थ्य शिक्षा और नौकरी का प्रलोभन दिया जा रहा था। जानकारी लगते ही रात में ही राजपुर एसडीएम, तहसीलदार एवं पुलिस ने मौके पर जाकर मतांतरण को रोकते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि प्रार्थी रामबली घोरघडी थाना राजपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि ग्राम बैढ़ी के चिटीपारा में ईसाई पास्टर संदीप भगत के द्वारा लाउड स्पीकर लगाकर गांव के भोले भाले आदिवासी एवं अन्य हिन्दू समाज के लोगों को कई प्रकार का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए उकसाया जा रहा है कि ईसाई धर्म में आने पर बिमारीयां ठीक हो जाती है, आर्थिक परेशानी का समाधान ईसाई संस्थाओं के द्वारा दूर की जाएगी, ईसाई संस्थाओं में मुफ्त ईलाज, मुफ्त पढ़ाई और पैसों की व्यवस्था की जाएगी जिससे आर्थिक रूप से मजबूत हो जाओगे और अच्छे पढ़ाई के बाद आपकी (शासकीय) नौकरी लगवा देंगे। प्रार्थना सभा की आड़ में पास्टर द्वारा यह सब बातें लाउड स्पीकर में बोला जा रहा था। उक्त सभा में करीब 200 लोगों से ज्यादा ग्रामीणों की भीड़ थी जहाँ कोई मेडिकल व्यवस्था सुविधा भी नहीं था।
पुलिस को मंगलवार देर शाम इस बात की जानकारी लगी, जिसके बाद राजपुर अनुविभागीय अधिकारी राजीव जेम्स कुजूर तहसीलदार रश्मि पुनम तिग्गा सहित थाना प्रभारी कुमार चंदन सिंह सहित अन्य अन्य पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुँचे और बैढ़ी में चल रहे प्रार्थना सभा को बंद कराकर दो पास्टरों को गिरफ्तार कर लिया।
सुबह जब समाज के लोगों को जानकारी लगी तो थाने में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
पुलिस ने आरोपी संदीप भगत महुआपारा न्यु शांतिनगर थाना गांधीनगर जिला सरगुजा, परशु बेक बैढ़ी चीटमीटी पारा थाना राजपुर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया गया है।


