बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 13 मई। मंगलवार को राजपुर-बलरामपुर मुख्य मार्ग एनएच 343 झींगों-अलखडीहा के पास ओवरटेक करने के कारण ट्रक और यात्री बस में टक्कर हो गई और यात्री बस अनियंत्रित होकर मुख्य सडक़ पर पलट गई। दुर्घटना में 11 यात्री घायल हो गए, मौके पर चीख पुकार मच गई। सूचना उपरांत मौके पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। घायलों को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। दो लोगों की स्थिति गंभीर देख मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
अंबिकापुर से गढ़वा जाने वाली सूरज बस क्रमांक सीजी 15 डीएक्स 5552 की मंगलवार की दोपहर ओवरटेक करने के कारण ट्रक क्रमांक सीजी 15 इसी 0569 से टक्कर हो गई। यात्री बस अनियंत्रित होकर मुख्य सडक़ पर पलट गई। मौके पर चीख पुकार मच गई। बस पर सवार 11 यात्री घायल हो गए घायलों को उपचार के लिए एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। दो लोग बस के नीचे फंसे रहे, काफी मशक्कत के बाद एक्सीवेटर मशीन की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया।
दुर्घटना में गढ़वा निवासी 12 वर्षीय सौम्या, झारखंड निवासी 35 वर्षीय विद्या, पटना निवासी 54 वर्षीय रीना, अंबिकापुर निवासी 18 वर्षीय रुबीना, अंबिकापुर निवासी 6 वर्षीय तंजीला, आरा निवासी 42 वर्षीय इम्तियाज, गढ़वा निवासी 55 वर्षीय इमामुद्दीन, गढ़वा निवासी 60 वर्षीय कौशिला, झारखंड निवासी 75 वर्षीय मुज्जिद घायल हो गए जिनका राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार जारी है।
दो यात्री दबे बस के नीचे, मशक्कत के बाद निकाला बाहर
बलरामपुर निवासी 58 वर्षीय देवेंद्र और अंबिकापुर निवासी 30 वर्षीय वृंदा बस पलटने के कारण बस के नीचे दब गए थे।
पुलिस की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से, एक्सीवेटर मशीन की सहायता से दोनों को भारी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। दोनों घायलों को राजपुर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से दोनों की स्थित गंभीर देख दोनों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
यात्री बसों में क्षमता से अधिक यात्री बैठाये जा रहे
अंबिकापुर से रामानुजगंज, गढ़वा, अंबिकापुर से कुसमी, सामरी पाठ, जशपुर जाने के लिए दर्जनों यात्री बस चलाई जा रही हैं। यात्री बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाया जा रहा है। यात्री बसों में महिलाओं को 50 प्रतिशत बैठने के सीट देने का प्रावधान है। मगर बस संचालक नियम का पालन नही कर रहे हैं।
बगैर आरटीओ, इंश्योरेंस के सडक़ पर चल रही बसें
बताया जाता है कि कई यात्री बसे बगैर आरटीओ, इंश्योरेंस के सडक़ पर दौड़ रही हैं, वहीं कई बसों के मालिक एक आरटीओ नम्बर पर कई बस चला रहे हंै। इन बसों की कहीं भी चेकिंग नहीं होती। प्रति बस स्टैंडों में यात्री बसों से 50 रुपए लिया जाता है।