बलरामपुर

आदिवासी दिवस पर अधिकारों की लड़ाई लडऩे एकजुट रहने का संदेश
10-Aug-2024 9:13 PM
आदिवासी दिवस पर अधिकारों की लड़ाई लडऩे एकजुट रहने का संदेश

मंच से समान नागरिक संहिता के विरोध की अपील, विधायक का भी माँगा साथ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुसमी, 10 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सर्व आदिवासी समाज कुसमी द्वारा शुक्रवार को स्थानीय हाई स्कूल खेल ग्राउंड में हजारों की संख्या में  विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान समाज के सभी वर्गों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। आदिवासी बालक - बालिकाओं द्वारा आदिवासी संस्कृति की ओर ध्यान आकर्षक कराते हुए कई तरह की प्रस्तुति दी।

 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा, विशिष्ट अतिथि सर्व आदिवासी समाज बलरामपुर जिलाध्यक्ष बसंत कुजूर विशेष रूप से उपस्थित रहे, वहीं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष सुनील नाग ने की। जहाँ आदिवासी समाज के वक्ताओं द्वारा समाज को अपने अधिकारों की लड़ाई लडऩे हेतु एकजुट रहने का संदेश दिया।

आयोजित सभा के बाद समाज के लोगों ने हाइस्कूल खेल मैदान से रैली निकाल कर पैदल मार्च करते हुए कुसमी मुख्य मार्ग से होकर एसडीएम कार्यालय पहुँचकर यहाँ पर उपस्थित तहसीलदार कुसमी को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर अपनी मांगों से अवगत कराया।

मुख्य अतिथि सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा ने कहा हम आदिवासी लोग किसी भी कार्यक्रम में सबसे पहले धरती माता की पूजा करते हैं। आगे कहा हम सभी को पूर्वजों की संघर्ष को याद कर हमें भी संघर्ष करना है।शिक्षा से जुडऩे सभी नव युवक व युवतियों को जागरूक किया। पहले शिक्षा के लिए दूर दूर जाना पड़ता था आज के समय के जगह - जगह शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने स्कूल खोल दिया गया है, जिसका लाभ बढ़ - चढ़ कर लेने कहा। समाज के लोग को हमेशा एकजुटता बना कर रखना है। मंच से विधायक ने उपस्थित सभी वर्गों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई दी।

विशिष्ट अतिथि सर्व आदिवासी समाज बलरामपुर जिलाध्यक्ष बसंत कुजूर ने कहा हम सभी को एक जुट होकर समाज हित में कार्य करना हैं। हम आपस में लड़ते रहेंगे तों किसी का भला संभव नही हैं। हमें मिल कर जल, जंगल व जमीन की रक्षा करनी हैं. तथा अपने हक में निरंतर लड़ाई लड़ते रहना हैं।

 आगे उन्होंने उपस्थित आदिवासी जन समुदाय को कहा समान नागरिक संहिता लागू करने की चर्चा चल रही हैं। ऐसे कानून का समस्त आदिवासीयों को सडक़ पर उतर कर विरोध करने की अपील की। साथ ही मंच पर उपस्थित विधायक उद्धेश्वरी पैकरा को भी आदिवासीयों के लिए उक्त कानून का विरोध करने पर साथ आने निवेदन किया।

सभा को देवधन भगत, प्रवीण भगत सहित अन्य समाज के वरिष्ठजनों ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर राजेंद्र भगत, लक्ष्मी प्रसाद निकुंज, रामचंद्र दिवान, भूतपूर्व विधायक डॉ. सोहन लाल, प्रोफेसर सुषमा भगत, जनपद सदस्य खसरु राम बुनकर, इंद्रदेव निकुंज, जिला पंचायत सदस्य हीरा मुनी निकुंज, सरपंच सुनीता भगत, बंसती भगत, दीपक बुनकर, अम्बिकेश्वर पैकरा, जनक राम, प्रवीण भगत सहित भारी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे।


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