बलरामपुर

रामानुजनगर, 9 अगस्त। जिला आयुष अधिकारी डॉ. शशीबाला जायसवाल के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राममनुजनगर में चरक जयंती मनाई गई। डॉ. एमके विश्वकर्मा, डॉ. एस के त्रिपाठी, डॉ. आर के शुक्ला, डॉ. सीमा त्रिपाठी, डॉ सुभाष पटेल,अर्चना पांडेय के द्वारा आचार्य चरक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर पूजन किया गया।
आयुष चिकित्सकों के द्वारा अस्पताल में मरीजों को वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों के बचाव ,सावधानी, दिनचर्या, ऋतुचर्या, आहार,विहार के संबंध में जानकारी दी गई। अस्पताल के मरीजों एवं उनके परिजनों को फल वितरित किया गया। डॉ. एस के त्रिपाठी ने बताया कि सावन महीने के पंचमी के दिन चरक जयंती मनाई जाती है।
भावप्रकाश के अनुसार सावन मास के पंचमी को 2300—2400 वर्ष पूर्व चरक का जन्म माना जाता है। आचार्य चरक कुषाण राज्य के राज्यवैद्य थे। आचार्य चरक आयुर्वेद के प्रणेता एवं चरक संहिता के रचयिता हैं। आचर्य चरक को फादर ऑफ इंडियन मेडिसिन कहा जाता है। आचार्य चरक आयुर्वेद के ऐसे पहले चिकित्सक थे, जिन्होंने भोजन के पाचन और रोगप्रतिरोधक क्षमता की अवधारणा को दुनिया के सामने रखा।।