बलरामपुर
अविश्वास प्रस्ताव पेश हुआ था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर,12 जून। पिछले 25 दिनों से काफी राजनीतिक उठाव पटक के बाद आखिरकार नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए अविश्वास प्रस्ताव 12 वोटों से पास हो गया। अविश्वास प्रस्ताव के वोट पड़ते ही नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा मतदान स्थल छोडक़र चले गए।
नगर पंचायत में कांग्रेस के 6 पार्षदों के द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा के विरोध में 19 मई को अविश्वास प्रस्ताव बलरामपुर कलेक्टर के समक्ष लगाया गया था।
आज राजपुर एसडीएम चेतन साहू पीठासीन अधिकारी की उपस्थिति में वोटिंग कराया गया। जहां 15 पार्षदों ने अपना मत दिया, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 मत और विपक्ष में मात्र 3 मत मिले, जिससे अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के पक्ष में चला गया।

गौरतलब है कि राजपुर नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं, जिसमें भाजपा के 8 पार्षद, कांग्रेस के 6 और एक निर्दलीय पार्षद होने से पिछले साढ़े तीन साल से भाजपा के प्रत्याशी वार्ड क्रमांक 11 के पार्षद सहदेव लकड़ा अध्यक्ष बनाए गए थे।
नगर पंचायत के कांग्रेस और भाजपा दोनों के अधिकांश पार्षदों का आरोप था कि इनके द्वारा लगातार उपेक्षित किया जा रहा था, साथ ही पूरे नगरपंचायत के विकास कार्यों में इनके द्वारा निराशाजनक कार्य किये जाने से भाजपा के भी पार्षद बेहद नाराज थे, जिसके परिणाम स्वरूप आज भाजपा के प्रत्याशी अध्यक्ष सहदेव लकड़ा के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित कर अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। अविश्वास प्रस्ताव पास होते ही कांग्रेसियों ने जमकर आतिशबाजी करते हुए एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।
इस दौरान पीठासीन अधिकारी चेतन साहू, मुख्य नगर पंचायत अधिकारी राजेश कुशवाहा, सब इंजीनियर मुकेश दुबे, दयाशंकर गुप्ता, जय सिंह, अनुराग तिवारी सहित नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा, कांग्रेस के पार्षद पुरनचंद जायसवाल, खोरेन खलखो, राहुल भारती, अनिता कश्यप, तरुण कांति केरकेट्टा, शिवकुमार एवं भाजपा के पार्षद जयगोपाल अग्रवाल ,महेन्द्र गुप्ता, धरम सिंह, बून्द कुँवर पैकरा, रेणु त्रिपाठी, पंकज गुप्ता, ललिता गुप्ता तथा निर्दलीय पार्षद विश्वास कुमार गुप्ता सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं नागरिकगण उपस्थित थे।


