बलरामपुर
मदद के लिए समाजसेवी आए आगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर,7 जून। अत्यंत ही गरीबी में अपने तीन बच्चों का किसी तरह पालन पोषण करने वाली एक पति खोई महिला को नगर के समाजसेवी व्यक्तियों द्वारा आर्थिक मदद कर उसके जीवन जीने की राह को कुछ हद तक आसान बनाने की कोशिश की गई।
राजपुर नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक -6 में निवासरत रीना गुप्ता के पति रंजीत गुप्ता की मौत लगभग 11 साल पहले फाँसी लगाकर हो चुकी है, जिसके बाद रीना गुप्ता अपने तीन बच्चों दो बेटियों और एक बेटा के साथ किसी तरह जीवन यापन कर रही है।
उसने बताया कि स्थानीय विधायक व नगरीय प्रशासन राजपुर से मदद की गुहार लगाने के बाद जब उसे कोई सहयोग नहीं मिला तो अंतत: थक हार कर दूसरों के घरों में काम कर व एक छोटी सी गुमटी में सामान बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है।
रीना गुप्ता का व्यवहार न्यायालय के सामने एक छोटी सी गुमटी है, जिसमें वह प्रतिदिन महज 500 से 1000 रुपये का सामान लाकर अपने बच्चों के साथ दिन भर दुकान में समान बेचकर एवं दूसरों के घरों में झाड़ू बर्तन का काम कर उससे अपने घर का खर्च एवं बच्चों के पढ़ाई का खर्च निकालती है।
इसकी खबर जब नगर के समाजसेवी लोगों को मिली तो व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उक्त महिला को आर्थिक सहयोग प्रदान करने हेतु अपील की गई, जिसके बाद नगर के लोगों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लेते हुए उसे आर्थिक मदद करते हुए उसके दुकान के लिए सामान उपलब्ध कराया गया।
इस दौरान सुरेश सोनी गौरव उपाध्याय रत्नाम्बर मिश्रा पंकज यादव राजेश यादव रंजीत सोनी राजू जायसवाल रुद्र ठाकुर संत ठाकुर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
झोपड़ी में रहने मजबूर
रीना गुप्ता अपने तीन बच्चों के साथ एक झोपड़ी नुमा घर में रहने को मजबूर हैं। उनके झोपड़ी में छत में नाम पर न तो कोई शीट है न कोई खपरैल है। घासफूस के झाडिय़ों से बना झोपड़ी में छत के नाम पर महज एक प्लास्टिक के सहारे टिकी है।


