बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 29 मई। शहर के नजदीक एनएच-343 पर रविवार की रात करीब 10 बजे जंगल से भटककर एक हाथी कंचननगर और आरागाही तक आ पहुंचा।
स्थानीय ग्रामीणों ने हाथी को देखते ही हल्ला मचाना शुरू कर दिया और देखते ही देखते मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। हाथी को खदेडऩे के लिए लोग पटाखे फोडऩे लगे।
ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने हाथी को जंगल की तरफ खदेड़ दिया गया।
बीते कुछ दिनों से लगातार इस क्षेत्र में हाथियों का दल पहुंच रहा है, दो दिनों पहले ही चार हाथियों के दल को आरागाही कोसा बाड़ी के समीप विचरण करते हुए देखा गया था।
ज्ञात हो कि रामानुजगंज के नजदीक आरागाही, कंचननगर और नवापारा में पिछले कुछ दिनों से लगातार हाथियों का दल रात के दौरान अचानक बस्तियों में आ धमकते हैं और किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। खेत में लगी मक्के की फसलों को भी हाथियों ने रौंदकर बर्बाद कर दिया।
बलरामपुर जिले का रामानुजगंज क्षेत्र झारखंड की सीमा से लगा हुआ है। झारखंड से अक्सर कन्हर नदी के रास्ते से हाथियों का दल छत्तीसगढ़ के इलाके में प्रवेश कर रहे हैं और उत्पात मचा रहे हैं, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग दहशत में हैं और रात में जागकर गुजारा कर रहे हैं।
रामानुजगंज के नजदीक पहुंचा हाथियों का दल
रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र में लगभग 25 हजार की आबादी निवास करती है, शहर के नजदीक हाथी पहुंचने से लोगों की चिंता बढ़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग का रवैया बिल्कुल सुस्त है लगातार हो रही जंगलों की कटाई भी वन्य जीवों के रिहायशी इलाकों में पहुंचने की प्रमुख वजह है।


