बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,14 मई। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी को बलरामपुर-रामानुजगंज से प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय दुर्ग के पद पर तथा विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी मुंगेली के पद पर स्थानांतरित किया गया। इस उपलक्ष्य में जिला अधिवक्ता संघ रामानुजगंज के द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें साल श्रीफल, एवं उपहार दे कर ससम्मान विदाई दिया।
उक्त अवसर पर जिला लोक अभियोजक अविनाश गुप्ता ने उनकी विशेषताएं एवं भीड़ से हटकर कुछ अलग करने के जुनून के बारे में बताया। श्री गुप्ता ने बताया कि किस प्रकार से इन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रेशमा बैरागी के साथ मिलकर तथा अधिवक्ताओं से समन्वय स्थापित कर सबसे पहले विचाराधीन बंदियों का सुध लिया। उनसे मिलने के लिए जेल भ्रमण किया, वहाँ उन बंदियों के लिए समुचित भोजन, पेय जल और स्वास्थ के बारे में चिंता किये, और जेलर श्री मरकाम से कहकर उन व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराये। कुछ कार्य जो इनके हाथ में नहीं था, उन कार्यों को पूर्ण करने जिला प्रशासन से कलेक्टर और एसपी का सहयोग लिया, और धीरे-धीरे बंदी भाइयों के लिए जेल में सिलाई प्रशिक्षण, बढ़ई के कार्यों का प्रशिक्षण का प्रबंध कराया।
जेल में बंदियों के पढऩे के लिए पुस्तकें, न्यूज़ पेपर, टी वी, का प्रबंध कराया और ऐसा करने का उनका एकमात्र उद्देश्य था कि वे जेल से निकलने के बाद पुन: अपराध की प्रवृत्ति से दूर रहे और अपने कौशल विकास से एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सकें।
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आर के पटेल ने बताया कि साहब के साथ 2 साल काम करने के अनुभव को भुलाया नहीं जा सकता। आपके साथ बिताया गया हरेक पल बहुत ही आनंदायी था। अधिवक्ता अनूप तिवारी, सनाउला अंसारी, विमलेश सिन्हा ने भी उनके व्यक्तित्व की सराहना की, उनकी रुचि का वर्णन करते हुए कार्य करने की तरीकों पर प्रकाश डाला तथा उनकी कार्य करने की शैली को जमकर सराहा।
जिला न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी ने बताया कि उन्हें जो प्यार और सम्मान रामानुजगंज में मिला है, उसे जीवन में कभी भुला नहीं सकते। उन्होंने अपने रामानुजगंज जिला न्यायालय में 2 वर्ष के कार्यों के अनुभव को अधिवक्ताओं के साथ साझा किया। विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेशमा बैरागी नें भी विधिक कार्यों में सहयोग करने के लिए सभी अधिवक्ताओं का धन्यवाद अर्पित किया।
कार्यक्रम का संचालन जिला अधिवक्ता संघ के सचिव राकेश पांडेय के द्वारा किया गया एवं अंत में अवधेश गुप्ता अधिवक्ता के द्वारा विदाई गीत गाकर कार्य का समापन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश प्रफुल्ल कुमार सोनवानी, द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मधुसूदन चंद्राकर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंकज आलोक तिर्की, प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट दीपक शर्मा, जिला अधिवक्ता संघ रामानुजगंज के सभी अधिवक्ता गण के साथ साथ बलरामपुर, राजपुर एवं वॉड्रफनगर के अधिवक्तागण तथा अधिवक्ता लिपिक उपस्थित थे।
विदित हो कि 2 वर्ष पूर्व श्री कुरैशी ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पद पर पदस्थ हुए, तत्पश्चात उनके द्वारा अपने कार्यकाल जिले के प्रति अनेक उल्लेखनीय कार्य किये। उनके द्वारा लगातार न्यायिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए प्रकरणों के निराकरणों में तेजी लाई गई। नियमित रूप से जेल का निरीक्षण कर जेल में विचाराधीन बंदियों के भोजन व्यवस्था, पेयजल, में सुधार कराया, निरंतर जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए बंदियों के स्वास्थ्य हेतु एक नियमित चिकित्सक की पदास्थापना व नियमित अंतराल में मेडिकल कैंप आयोजित कराई गई। इसी प्रकार से विधिक सेवाओं के अंतर्गत गांव-गांव में शिविरों का आयोजन कर लगातार विधिक जागरूकता लाने का प्रयास किया गया। जिला न्यायाधीश द्वारा द्रुतगति से न्यायिक कार्य किये गये। इनके प्रयासों, कठिन परिश्रम, लगन और मेहनत नें रामानुजगंज जिला न्यायालय को एक अलग पहचान दिलाई है।


